रायपुर। छत्तीसगढ़ में कोरोना संक्रमण लगातार बढ़ता जा रहा है। इस बीच प्रवासी मजदूरों की वापस तो हो ही रही है साथ घरेलू फ्लाइट्स और यात्री ट्रेनों के परिचालन की अनुमति भी दे गई है। जिसमें इन यात्रियों को सरकार के क्वारेंटाइन सेंटर में रखने अलावा होम क्वारेंटाइन का भी विकल्प दिया गया है। प्रदेश के बाहर आने वाले इन यात्रियों को होम क्वारेंटाइन का विकल्प दिए जाने पर छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने बड़ा बयान दिया है।


स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव आशंका जताई है कि विदेश से आने वालों को होम क्वॉरेंटाइन की व्यवस्था देना खतरनाक हो सकता है। इससे पहले उन्होंने कोटा से आए छात्रों को 7 दिन में घर भेजने यह फैसले पर भी आपत्ति जताते हुए इसे उनके परिवार व बड़ी आबादी के खतरा बताया था।


स्वास्थ्य मंत्री ने कहा- अगर होम क्वॉरेंटाइन के दौरान कोई व्यक्ति संक्रमित होता है तो पूरे 3 किलोमीटर के क्षेत्र को ही कंटेनमेंट जोन घोषित करना पड़ता है। बेहतर है लोग पेड क्वॉरेंटाइन या सरकारी व्यवस्था में क्वॉरेंटाइन में रहें। सीधे होम क्वॉरेंटाइन की व्यवस्था अंतिम विकल्प होना चाहिए।


सिंहदेव ने सुझाव दिया है कि दिगर प्रदेशों से लौटने वाले यात्रियों की स्क्रीनिंग के बाद यदि शुरूआती जांच कोरोना संक्रमण के लक्षण नहीं मिलते हैं तो उन्हें होम क्वॉरेंटाइन की व्यवस्था का विकल्प देने पर विचार​ किया जा सकता है