नई दिल्ली। फ्रांस के आसमान में  भारतीय वायुसेना और फ्रांस एयरफोर्स के फाइटर एयरक्राफ्ट  सुखोई-मिराज और राफेल का जलवा देखने को मिला। फ्रांस के मान्ट डे मारसन एयर बेस में चल रहे संयुक्त अभ्यास गरुड़ में राफेल, सुखोई-30 और मिराज फाइटर विमानों ने  जमकर कलाबाजियां दिखाई । फ्रांस में इस वक्त भारत-फ्रांस की वायुसेना का संयुक्त अभ्यास चल रहा है। बुधवार को इस अभ्यास में भारत के सुखोई-30 एयरक्राफ्ट ने फ्रांस के राफेल फाइटर प्लेन के साथ उड़ान भरी। भारत का लड़ाकू विमान मिराज भी इस एक्सरसाइज में शामिल रहा। इस दौरान दोनों देशों के विमानों ने रोमांचक कलाबाजियां दिखाईं।
सितंबर में भारत आएगा पहला राफेल:
सितंबर में भारत को फ्रांस से राफेल की पहली खेप मिलने वाली है। इस लिहाज से सुखोई-30 और राफेल की जुगलबंदी अहम है। राफेल विमान के साथ उड़ान भरकर भारत के एयर फोर्स जांबाजों को इस विमान के बारे में समझने मदद मिली है। भारत में जब राफेल को अपने दम पर उड़ाने का जिम्मा आएगा तो एयरफोर्स आॅफिसर्स का ये अनुभव काफी काम आएगा। अगर बात मिराज की करें तो पाकिस्तान स्थित बालाकोट में स्ट्राइक के दौरान भारत ने इसी फाइटर प्लेन का इस्तेमाल किया था। फ्रांस के साथ एक्सरसाइज के दौरान भारत को इन विमानों की युद्धक क्षमता को फिर से परखने में मदद मिल रही है।
कौन-कौन से विमान ले रहे हिस्सा:
यह युद्धाभ्यास 12 जुलाई तक चलेगा। फ्रांस के साथ हो रहे इस युद्धाभ्यास में भारत की ओर से चार एसयू-30 एमकेआई (SU-30 MKI),फ्यूल रिफिलर आईएल-78 (IL-78), सी-17 ग्लोबमास्टर एयरक्राफ्ट शामिल है। भारत की ओर से एयरफोर्स के 120 आफिसर्स इसमें शामिल हैं।
इंडियन एयरफोर्स इस युद्धाभ्यास की तस्वीरें और वीडियो लगातार जारी कर रहा है। वायुसेना ने आसमान में रिफ्यूलिंग की तस्वीरें जारी की थी। इस दौरान आसमान में रिफ्यूलर से विमान में ईंधन भरने की प्रक्रिया को दिखाया गया था। भारत-फ्रांस के इस युध्दाभ्यास से पाकिस्तान जैसे देशों को सबक भी मिलेगा।

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