रायपुर। राजधानी पुलिस ने 38 किलो डोडा और 10 किलो से ज्यादा अफीम के साथ दो महिलाओं को गिरफ्तार किया है। मामला राजेंद्र नगर थाना इलाके का है। थाना प्रभारी विशाल कुजूर के मुताबिक गिरफ्तार आरोपियों के नाम शोभा सावलानी और किरण चंदानी है। दोनों काशीराम नगर व हाउसिंग बोर्ड सेजबहार के रहने वाले हैं। सोमवार की देर रात मेडीशाइन हॉस्पिटल के पास इन्हें पकड़ा गया। महिलाओं के पास 3 बोरियां थी, जिसकी तलाशी लेने पर 38 किलो 400 ग्राम डोडा चूरा और 10 किलो 42 ग्राम अफीम मिला।

ग्राहक के पास डिलिवरी करने जा रही थी

पूछताछ में गिरफ्तार महिलाओं ने पुलिस को बताया कि मादक पदार्थों को लेकर वह ग्राहक के पास डिलिवरी करने जा रही थी। फिलहाल पुलिस दोनों महिला आरोपियों के खिलाफ NDPS एक्ट की धारा 18(ख) के तहत केस दर्ज कर आगे की कार्रवाई में जुट गई है।

जानिए क्या होता है डोडा

पोस्त के पौधे से अफीम निकलती है। पोस्त या पोस्ता फूल देने वाला एक पौधा है। भारत में पोस्ते की फसल उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश एवं राजस्थान में बोई जाती है। पोस्त की खेती एवं व्यापार करने के लिये सरकार के आबकारी विभाग से अनुमति लेना आवश्यक है। पोस्त मुख्यत: अफीम के लिये बोया जाता है। पोस्त के सूखे फल के छिलके को डोडा कहते हैं जिसे पानी में भिगोकर शेष रहे अफीम के निर्यास को घोलकर निकाल लिया जाता है। इसमें से मॉरफीन और कोडीन निकाले जाते हैं, जो दवाइयों में काम आते हैं। कच्चे डोडे पर तेज चाकू से धारियाँ बनाने पर, एक प्रकार का दूध निकलता है जो सूखकर गाढ़ा होने पर खुरच लिया जाता है। यही अफीम है। अफीम में साधारणत: 8 से 13 प्रतिशत मॉरफीन होता है, अधिक से अधिक 22.8 प्रति शत। एक एकड़ भूमि से लगभग 25 सेर अफीम निकल आती है।

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