रायपुर। जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जकांछ) ने छत्तीसगढ़ विधानसभा के 12 जुलाई से शुरू होने वाले मानसून सत्र ( monsoon session ) में सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने की तैयारी में है। इस मामले में जेसीसीजे ने भाजपा ( Bhartiya Janta Party ) को भी अपने पक्ष में करने की कवायद में जुट गई है। मिली जानकारी के अनुसार इसके लिए अजीत जोगी ( Ajit Jogi ) ने नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ( Dharam Lal Kaushik ) से फोन पर चर्चा भी की है।
सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाना अकेले जेसीसीजे के लिए संभव नही है क्योंकि इसके लिए आवश्यक विधायकों की संख्या उनके पास नहीं है। इसलिए जेसीसीजे को भाजपा का सहारा लेना पड़ेगा। जकांछ-बसपा गठबंधन के केवल सात विधायक हैं। जबकि भाजपा ( BJP ) के पास 14 विधायक हैं। भाजपा का रूख अविश्वास प्रस्ताव पर क्य होगा फिलहाल यह तय नहीं हुआ है। विधायक दल की बैठक गुरुवार को होनी है। इस बैठक में भाजपा विधायक भीमा मंडावी की नक्सली हत्या, हिरासत में आदिवासी युवक की मौत, शराबबंदी सहित कांग्रेस सरकार के वादों को लेकर सरकार को घेरने की रणनीति बनाई जाएगी।
प्रदेश में सरकार ने कर्जमाफी का दावा किया है, लेकिन बड़ी संख्या में किसानों को कर्जमाफी का सर्टिफिकेट नहीं मिलने के कारण नया लोन नहीं मिल रहा है। इसको देखते हुए सरकार ने प्रदेश के 1333 सहकारी समितियों में कर्जमाफी का प्रमाणपत्र बांटने की जिम्मेदारी मंत्रियों और विधायकों को दी है। इसके साथ ही प्रदेश की कानून व्यवस्था और बदलापुर की राजनीति को लेकर भी भाजपा सरकार को घेरने की फिराक में है। अब देखना यह है कि अविश्वास प्रस्ताल को लेकर भाजपा अजीत जोगी का साथ देती है या अपनी अलग रणनीति तैयार करती है।