दंतेवाड़ा। शहादत पर सियासत न करें नेत, क्योंकि कोई भी शहादत छोटी या बड़ी नहीं होती। अपनों को खोने का दर्द वही लोग महसूस कर सकते हैं जिनका घर उजड़ता है। ये बातें आज भाजपा की प्रत्याशी ओजस्वी मंडावी (BJP candidate Ojasvi Mandavi) ने अपने चुनाव प्रचार के दौरान कही। वे यहां लोकसभा चुनाव के दौरान विधायक भीमा मंडावी (Bhima Mandavi) के सुरक्षा दस्ते के शहीद जवान रामलाल ओयमी (Shaheed Jawan Ramlal Oyemi) के घर पहुंची थीं। ओजस्वी ( Ojasvi Mandavi) को घर आया देख शहीद की भतीजी और भाभी भावुक होकर उनसे लिपट कर रो पड़ीं। ओजस्वी ( Ojasvi Mandavi)  भी काफी देर तक रोईं फिर उन्होंने खुद को संभाला। परिजनों को ढांढस बंधाया। उसके बाद वे बस्तर टाइगर महेंद्र कर्मा (Bastar Tiger Mahendra Karma)  की प्रतिमा पर जाकर फूल-माला चढ़ाकर उनको श्रध्दांजलि अर्पित की।

यहां तो लोग शहादत को भी कम ज्यादा आंक रहे हैं: ओजस्वी

उसके बाद ओजस्वी ( Ojasvi Mandavi) ने ये बातें कहीं। उन्होंने कांग्रेस के जिलाध्यक्ष विमल सुराना के विवादित बयान पर जमकर हमला बोला। ओजस्वी मंडावी ( Ojasvi Mandavi)  ने कहा कि लोग तो यहां बलिदान और शहादत को भी कम ज्यदा में आंक रहे हैं, उन्हें क्या पता जिसने अपने खोए है वे परिवार ही इस दुख को महसूस कर सकते हैं। कांग्रेस के जिला अध्यक्ष महोदय हमारा दर्द नहीं समझ सकते।

शादी के दिन ही करनी पड़ी तेरहवीं:

शहीद जवान रामलाल ओयमी बस्तर लोकसभा चुनाव के दौरान भाजपा विधायक भीमा मंडावी नक्सली घटना में शहीद हो गए थे। उसने घर पहुंचने पर शहीद जवान के बड़े भाई और भतीजी ने बताया की जिस दिन उसकी बारात लेकर जानी थी उसी दिन उसकी तेरहवीं करनी पड़ी थी।

शहादत पर सियासत न करें नेता:

उसके बाद ओजस्वी मांडवी केशापुर से फरसपाल अपने कार्यकर्ता घर पहुंची जहां पर उनके परिवार से मुलाकात के बाद कांग्रेस नेता शहीद महेंद्र कर्मा (Bastar Tiger Mahendra Karma) की प्रतिमा में फूल चढ़ा कर श्रद्धांजलि देते हुए कहा की चुनाव में फायदे के लिए शहीद हो चुके लोगों की भावनाओं से नेता न खेलें, शहादत तो शहादत होती है यह छोटी या बड़ी नहीं होती है। इसको तो बस वही लोग महसूस कर सकते हैं जिन्हें अपनों को खोना पड़ता है।

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