सांपों को बचाने का इतना जूनून कि, आधी रात को ही खतरनाक रास्ते से गिरते-पड़ते गांव पहुंच गए सर्प मित्र

जशपुर। नागलोक के रूप में मशहूर जशपुर जिले में सांपों के बचाने में बीते 10 सालों से सक्रिय युवाओं की टोली रोज कहीं न कहीं किसी सांप की जान बचा रहे हैं। इससे इंसानों की भी जान बच रही है और वे जागरूक हो रहे हैं।

बीती रात कुनकुरी इलाके के जोकारी गांव में ग्रीन नेचर वेलफेयर सोसायटी के सदस्य राहुल तिवारी ने सांप को मारने पर उतारू लोगों के कब्जे से न केवल उस जहरीले सांप अहिराज (बैंडेड करैत) को बचाया बल्कि ग्रामीणों को जमीन पर न सोने, मच्छरदानी का उपयोग करने और सांपों का मानव जीवन में महत्व समझाया।

सर्प मित्र गोविन्द शर्मा बताते हैं कि उन्हें देर रात फोन करके बताया गया कि कुनकुरी के दूरस्थ ग्राम जोकारी के एक मकान में जहरीला सांप घुस आया है, ग्रामीणों का कहना था आप आएं तो ठीक, वर्ना हम सांप को मार देंगे। फिर क्या था, सर्प मित्र गोविन्द शर्मा तत्काल बिना समय गवाएं गांव के लिए निकल पड़े। इस गांव तक पहुँचने का रास्ता बहुत ही जर्जर है, मगर गोविन्द शर्मा जैसे तैसे 12.30 रात को गिड़ते पड़ते गांव में पहुंचे और अहिराज सांप का सफल रेस्क्यू किया। गाँव के लोग गांव के लोग बहुत खुश हुए और सबने चैन की सांस ली।

पर्यावरण को बचाने में जुटा है युवाओं का दल

आपको बता दें कि जशपुर जिले में बतौर शिक्षक कार्यरत कैसर हुसैन ने एक दशक पहले ग्रीन नेचर वेलफेयर सोसायटी GNWS नामक संस्था बनाई, जो अनवरत सांपों के संरक्षण का कार्य कर रही है। इस संस्था से जुड़े युवा खुद के दम पर सांपों की जान इंसानों से तो इंसानों की जान सांपों से बचा रहे हैं। इनसे सांपों के बारे में जानने के लिए देश-विदेश के लोग जुड़े हुए हैं।

इसके साथ ही संस्था के सदस्य पशु-पक्षियों का शिकार रोकने में भी सक्रिय हैं। अभी हाल ही में इन्हीं युवाओं ने बाईक रैली करते हुए रायपुर तक का सफर किया और मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से मिलकर टाँगरगांव में प्रस्तावित स्टील प्लांट का विरोध किया है।

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