गाँधी को मानना भाजपा की विवशता : भूपेश
गाँधी को मानना भाजपा की विवशता : भूपेश

रायपुर। महात्मा गाँधी की जयंती के मौके पर भाजपा द्वारा बढ़चढ़ कर आयोजन करने को लेकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कटाक्ष किया है। उन्होंने कहा कि गाँधी जी को मानना भाजपा की मज़बूरी है। अगर मानना ही है तो उनके विचारों को अपने जीवन में आत्मसात करना चाहिए।

जो नहीं मानते थे वह भी…

भूपेश बघेल ने कहा कि गांधी जी को पूरी दुनिया मान रही है, जो नहीं मानते थे वह भी गांधी को मान रहे हैं, उससे अच्छी बात क्या है, लेकिन गांधी के विचारों को आत्मसात करने की आवश्यकता है। उन्होंने विधानसभा के वाकये का जिक्र करते हुए बताया कि “मैंने कहा भी था कि आप गांधी को अपना रहे हैं, अच्छी बात है लेकिन गोडसे पर भी बोलिए। मैंने सदन में कहा था “गोडसे मुर्दाबाद” लेकिन एक भी भाजपा विधायक के मुंह से कोई जवाब नहीं निकला। आप गांधी को मानते भी हैं, तो विवशता ही है। दिल से नहीं मानते हैं। आप छद्म रूप से गांधीजी को नहीं मान सकते।”

छत्तीसगढ़ कभी पंजाब नहीं बन सकता…

छत्तीसगढ़ के पूर्व सीएम रमन सिंह ने कहा था कि ‘छत्तीसगढ़ पंजाब बन रहा है’, इस पर प्रतिक्रिया देते हुए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि छत्तीसगढ़ कभी पंजाब नहीं बन सकता। उन्होंने कहा कि दोनों राज्यों में केवल अंकों की समानता है। पंजाब का नाम वहां की 05 नदियों के चलते पड़ा, वहीं यहां के 36 गढ़ों के चलते छत्तीसगढ़ का नामकरण हुआ।

आजकल इत्तेफाक बहुत हो रहा है…

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को मिडिया ने विधायकों के दिल्ली जाने के मुद्दे पर घेरने का प्रयास किया, तब उन्होंने मजाकिया लहजे में कहा कि आजकल इत्तेफाक बहुत हो रहा है। उन्होंने इस मुद्दे पर डॉ रमन सिंह के बयान पर पलटवार करते हुए कहा “मुझे तो डॉ रमन सिंह की बहुत चिंता हो रही है। भाजपा प्रदेश प्रभारी डी पुरंदेश्वरी ने कहा है कि डॉ रमन सिंह हमारा चेहरा नहीं है, और डॉक्टर रमन सिंह ने कहा कि “मैं छोटा चेहरा हूं” उसके बाद फिर डी पुरंदेश्वरी ने कहा कि वह छोटा चेहरा भी नहीं हैं, इससे ज्यादा अपमान पूर्व मुख्यमंत्री का और क्या हो सकता है, मुझे उसकी चिंता है।”

केंद्र हमारे हिस्से का पैसा नहीं दे रहा…

भाजपा सांसद सुनील सोनी द्वारा राज्य सरकार पर केंद्र के पैसे के दुरूपयोग संबंधी आरोपों पर उन्होंने छूटते ही कहा कि केंद्र हमारे पैसे नहीं दे रहा है। उन्होंने प्रधानमंत्री के साथ वर्चुअल कार्यक्रम के दौरान कहा था कि हमारे चावल का एक हजार करोड़ रूपये बचा हुआ है, जीएसटी का पैसा रुका हुआ है, सेंट्रल एक्साइज का हिस्सा रुका हुआ है, वह तो दे दीजिये। हम लगातार मांग कर रहे हैं। पैसा दे ही नहीं रहे तो दुरुपयोग का सवाल नहीं है।

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