रिटायर्ड IAS सलीना सिंह

भोपाल। IAS के निधन के बाद उनके खाते से फर्जी पत्नी बनकर लाखों रुपये निकालने का मामला सामने आया है, अतिरिक्त मुख्य सचिव के पद से रिटायर्ड IAS अधिकारी सलीना सिंह के पति IAS एमके सिंह की पत्नी बनकर ममता पाठक नामक महिला ने उनकी 53 लाख 70 हजार की एक एफडी अपने नाम ट्रांसफर करा ली है। ममता पाठक पर उक्त एफडी के अलावा 50 लाख की एक अन्य एफडी और एमके सिंह के नाम की करोड़ों की संपत्ति हड़पने का आरोप है।

आईएएस एमके सिंह का 14 मार्च 2022 को निधन हो गया है। एमके सिंह की पत्नी भी मप्र कैडर की वरिष्ठ आईएएस अधिकारी रहीं हैं और कुछ साल पहले अतिरिक्त मुख्य सचिव के पद से सेवानिवृत्त हुई हैं।

इस तरह रचा गया षड्यंत्र

मामला जानकारी में आने के बाद रिटायर्ड आईएएस सलीना सिंह हैरान रह गई, इस पूरे मामले की उन्होंने कोलार थाने में शिकायत की थी। उन्होंने पुलिस को बताया कि उनके पति की मौत 14 मार्च को हुई, जबकि ममता पाठक ने 2021 में खरीदे गए स्टाम्प पेपर पर उनके पति के नाम बैंक में जमा राशि, एफडी, जमीन व प्लॉट अपने नाम कराने की वसीयत 23 मार्च को रजिस्टर्ड कराई है। ममता पाठक पर सलीना सिंह की शिकायत पर चूनाभट्टी पुलिस ने एक प्लॉट को डेढ़ करोड़ में बेचने संबंधी धोखाधड़ी का प्रकरण दर्ज कराया है।

फर्जी आधार कार्ड का किया उपयोग

कोलार पुलिस के अनुसार एमके सिंह का एड्रेस दानिश हिल्स व्यू 1/75 है, जबकि ममता पाठक का पता दानिश हिल्स व्यू 1/86 है। ममता पाठक ने 19 फरवरी 2021 को अपना आधार कार्ड इसी पते पर बनवाया, जिसमें मूल आधार कार्ड में ममता पाठक पिता सिद्धगोपाल पाठक (एसजी पाठक) लिखा हुआ है। जबकि इसी मूल आधार कार्ड को कूटरचित करते हुए ममता पाठक ने पति के नाम के आगे एमके सिंह लिख लिया और उनका पता भी 1/86 दानिश हिल्स व्यू लिख लिया है।

अपने नाम कराई पूरी रकम

थाना प्रभारी ने बताया कि ममता पाठक ने एमके सिंह की मृत्यु के बाद मंदाकिनी कोलार में स्थित आईसीआईसीआई बैंक में एमके सिंह के नाम जो खाता था, उसमें एमके सिंह के वारिस के रूप में अपने को प्रस्तुत किया और अपना कूटरचित आधार कार्ड लगाया, जिसमें पति के रूप में एमके सिंह का नाम लिखा है। बैंक ने इसी आधार पर एमके सिंह की एफडी और खाते में जमा अन्य राशि ममता पाठक को दे दिए।

दो माह पहले की शिकायत, FIR अब

पुलिस सूत्रों के अनुसार रिटायर्ड एसीएस सलीना सिंह ने करीब दो माह पहले कोलार थाना पुलिस में शिकायत की थी कि मैं एमके सिंह की पत्नी हूं। एमके सिंह के दो विधिक वारिस डॉ. महक सिंह व मन्नत सिंह हैं। ममता पाठक ने एमके सिंह के विधिक उत्तराधिकारियों की संपत्तियों को कूटरचित दस्तावेजों के आधार पर सिंह की पत्नी बनकर हड़प ली है। सलीना सिंह की शिकायत के आधार पर कोलार पुलिस ने जांच की और और ममता पाठक के खिलाफ आईपीसी की धारा 465 व 471 के तहत प्रकरण दर्ज किया है।

1.5 करोड़ से अधिक की संपत्ति पर नजर

एम के सिंह के नाम एलआईसी की पांच पॉलिसी हैं। एक एचडीएफसी बैंक में एफडी, अलग-अलग बैंकों में अलग-अलग बैंक, 11 म्यूचुअल फंड पॉलिसी और कई जगहों पर जमीन है। सलीना सिंह का कहना है कि कई संपत्तियों, बैंक खातों का अभी पता नहीं चला है। सलीना सिंह को अब तक इन खातों में करीब डेढ़ करोड़ रुपये जमा होने की जानकारी मिली है। कई बैंक खातों में जमा राशि का अभी पता नहीं चला है।

पूर्व में भी ममता के खिलाफ केस

ममता पाठक के खिलाफ, थाने में पूर्व में भी धोखाधड़ी की प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है। आशीष अरोड़ा ने उनके खिलाफ केस दर्ज कराया था। जानकारी के मुताबिक, एमके सिंह ने आशीष की कमर्शियल प्रॉपर्टी को पावर ऑफ अटॉर्नी पर ले लिया। इसी बीच एमके सिंह का निधन हो गया। इसके बाद आनन-फानन में ममता पाठक ने मेघनम संस्था को मई में एक करोड़ 11 लाख रुपये में संपत्ति बेच दी। न्यायधीश आशीष को पैसे नहीं मिले तो मकान मालिक ने पैसे मांगे। इस पर ममता पाठक ने उन्हें दो चेक दिए। आशीष ने 54 लाख का पहला चेक 20 जुलाई को बैंक में डाला, लेकिन ममता ने भुगतान रोक दिया और चेक बाउंस कर दिया।

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