नया रायपुर – कलिंगा विश्वविद्यालय में उन्नत भारत अभियान के अंतर्गत आंतरिक गुणवत्ता प्रकोष्ठ और राष्ट्रीय सेवा योजना के संयुक्त तत्वाधान में 3 नवंबर से 9 नवंबर तक नया रायपुर में स्थित छः गोद गांवों में ग्रामीण एवं पारिवारिक सर्वेक्षण किया गया ।

भारत सरकार के मानव संसाधन विकास मंत्रालय के द्वारा उन्नत भारत अभियान 2.0 के तहत, देश के 750 से अधिक प्रतिष्ठित उच्च शिक्षण संस्थानों को इस योजना के अंतर्गत 3,555 से अधिक गाँव के विकास के लिए चयन किया गया है। छत्तीसगढ़ राज्य में कलिंगा विश्वविद्यालय भी एक ऐसा शैक्षणिक संस्थान है, जिसे इस योजना में सक्रिय भूमिका निभाने की जिम्मेदारी दी गयी है।

विदित हो कि इस योजना के अंतर्गत गांवों का समूह तैयार करके उन गांवों को शिक्षा संस्थानों के साथ जोड़ा जाएगा और उन सभी गांव की आर्थिक तथा सामाजिक रूप से मदद की जाएगी।

कलिंगा विश्वविद्यालय के द्वारा कोटनी, पलौद, तांदुल, कुहेरा, परसदा और कोटराभाटा गांव को गोद गांव के रुप में चयनित करके वहां के लोगों की आर्थिक तथा सामाजिक रूप से मदद की जा रही है एवं उन्नत भारत अभियान योजना के तहत अपने ज्ञान और विशेषज्ञता का प्रयोग ग्राम पंचायतों में होने वाले कमी और आने वाली सभी समस्याओं को दूर करने के लिए किया जा रहा है।

यूबीए के निर्देशानुसार कलिंगा विश्वविद्यालय के राष्ट्रीय सेवा योजना की कार्यक्रम अधिकारी डॉ.स्मिता प्रेमानंद, कला एवं मानविकी संकाय के सहायक प्राध्यापक श्री अब्दुल कादिर ,आंतरिक गुणवत्ता प्रकोष्ठ की टीम और चयनित विद्यार्थियों के नेतृत्व में सभी गोद गांवों में ग्रामीण एवं पारिवारिक सर्वेक्षण का कार्य संपन्न किया गया एवं समस्त जानकारी को उन्नत भारत अभियान के पोर्टल में सम्मिलित किया गया।

आंतरिक गुणवत्ता प्रकोष्ठ की निदेशक डॉ. विजयलक्ष्मी बिरादर ने बताया कि कलिंगा विश्वविद्यालय अपनी सामाजिक जिम्मेदारी को पूर्ण करने के लिए प्रतिबद्ध है। विश्वविद्यालय के द्वारा चयनित सभी गोद गांवों की यूबीए के मार्गदर्शन में आर्थिक तथा सामाजिक रूप से मदद की जाएगी।