लापरवाही

पिथौरा। हाथी की मौत के मामले में इलाके के प्रभारी रेंजर को हटा दिया गया है। अपने कार्यों की वजह से लगातार सुर्खियों में रहे पंचराम यादव को देवपुर के प्रभारी रेंजर के पद से हटाकर देवपुर में ही उनके मूल पद पर विशेष कर्तव्य अधिकारी बनाया गया है।

वनमण्डलाधिकारी बलौदाबाजार वनमण्डल द्वारा जारी पत्र के मुताबिक 07 नवम्बर को देवपुर परिक्षेत्र बलौदाबाजार वनमण्डल के अंतर्गत पूर्व गिधपुरी बीट कक्ष क्रमांक 299 में एक नर हाथी (उम्र लगभग 22 से 25 वर्ष) मृत अवस्था में पाया गया। मृत हाथी के शव परीक्षण के लिए 3 पशु चिकित्सकों का दल गठित किया गया था। शव के परीक्षण उपरांत पशु चिकित्सक दल द्वारा हाथी की मृत्यु विद्युत करंट से होना बताया गया।

दो को किया गिरफ्तार, वन रक्षक निलंबित

पोस्टमार्टम के बाद शव को विधिवत दफनाया गया. गांव के जिन व्यक्तियों ने विद्युत करंट का फंदा लगाया था, उस फंदे की जब्ती बनाई गई। हाथी की मौत के तत्काल बाद ही वन अफसरों ने शिकार के आरोप में दो लोगों को विभिन्न स्थानों से धर दबोचा। नवनियुक्त डीएफओ मयंक अग्रवाल के निर्देश पर छापामार कार्रवाई करते हुए पकरीद के ही नकुल सांवरा पिता रामेश्वर सांवरा (31) को चिखली थाना सांकरा के पास उसके रिश्तेदार के यहां से गिरफ्तार किया। इसके साथ ही इलाके के वनरक्षक को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया।

72 घंटे बाद मिली हाथी की मौत की सूचना..!

वनमण्डलाधिकारी बलौदाबाजार का कहना है कि पंचराम यादव उप वनक्षेत्रपाल, प्रभारी परिक्षेत्र अधिकारी देवपुर द्वारा वन क्षेत्रों का निरंतर निरीक्षण किया जाता तो उसे घटना की जानकारी होती, हाथी मृत्यु की घटना की सूचना 72 घंटे बाद मिलना अत्यंत खेदजनक है एवं कर्तव्य में घोर लापरवाही को दर्शाता है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट दिनांक 07.11.2022 में हाथी की मृत्यु का समय पोस्टमार्टम से 84 घंटे पूर्व होना दर्शित है। इससे स्पष्ट होता है कि हाथी की मृत्यु की सूचना लगभग 03 दिवस बाद प्राप्त हुई है। लापरवाही की पुष्टि होने पर रेंजर पंचराम यादव से प्रभार छीनते हुए उसके मूल पद पर वापस भेज दिया गया है।

करंट से दो भालूओं की मौत, दो किसान गिरफ्तार

उधर बलरामपुर जिले के वाड्रफनगर वनपरिक्षेत्र के मढ़ना बीट से लगे गुरमुटी गांव से लगे जंगल के पास दो भालूओं के शव मिलने से वन विभाग में हड़कंप मच गया है। मृत भालू में एक नर व दूसरी मादा है। सूचना पर मौके में पहुंची वन विभाग के टीम ने करंट से भालूओं की मौत होना बताया है। मामले में पुलिस ने दो किसानों को गिरफ्तार किया है। वन विभाग ने भालूओं के शव का पोस्टमार्टम कराकर अंतिम संस्कार कर दिया है।
बता दें कि दो ग्रामीणों का घर जंगल से लगा हुआ है। वहीं ग्रामीणों ने अपने घर के बाड़ी में फसल लगाए हुए है। जिन्हें बचाने के लिए करंट से तरंगित तार बिछाकर रखा हुआ था। जिसके चपेट में आने से दोनों भालूओं की मौत हुई है। पुलिस ने मामले में दोनों ग्रामीणों को गिरफ्तार कर लिया है।

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