THAGI

दुर्ग। पीएचई विभाग से रिटायर्ड एक अफसर को उन्ही के परिचित एक युवक और उसकी बहन ने शेयर मार्केट में पैसा लगाकर भारी-भरकम मुनाफे का झांसा दिया। ज्यादा लाभ के फेर में पीड़ित ने किश्तों में करीब 1 करोड़ 20 लाख रूपये दे दिए। अपने अकाउंट में रकम ट्रांसफर कराने के बाद दोनो भाई-बहन फरार हो गये थे। पुलिस ने सूचना मिलने पर दोनों को उनके मकान से ही गिरफ्तार किया है।

दुर्ग जिला के मोहन नगर थाना क्षेत्र के दीपक नगर में रिटायर्ड अभय गौरे का परिवार निवास करता हैं। पीएचई विभाग से रिटायर्ड अभय गौर का एक पुत्र था, जिसकी हादसे में मौत होने के बाद पति-पत्नी अकेले घर में रहते थे। अभय गौरे ने पुलिस में शिकायत दर्ज करायी थी कि बेटे की मौत के बाद से उनके परिचित प्रदीप यादव को अपने बेटे के जैसा मानते थे। प्रदीप शेयर मार्केट का काम करता था। उसने रिटायरमेंट के पैसे को शेयर मार्केट में लगाने और भारी-भरकम लाभ की पेशकश उन्हे दी।

छः माह में 40% का ग्रोथ..!

प्रदीप और उसकी बहन ने शशि यादव ने लगातार अभय गौरे के घर पर पहुंचकर शेयर मार्केट में पैसा लगाने पर 6 महीने में 40 परसेंट के ग्रोथ के साथ वापस करने का विश्वास दिलाया। गौरे जब तैयार हुए तब आरोपियों ने उनका डीमेट अकाउंट ओपन न कर अपने अकाउंट से शेयर मार्केट में पैसा लगाने का झांसा दिया। इसके बाद 15 से 20 बार में रिटायरमेंट के बाद मिले करीब 1 करोड़ 20 लाख रूपये प्रदीप ने अपने अकाउंट में ट्रांसफर करा लिये। बाद में जब अभय गौरे ने अपने पैसा का हिसाब मांगना शुरू किया, तो दोनों भाई-बहन गोलमोल जवाब देकर शेयर मार्केट में लॉस होने की बात कहकर गुमराह करने लगे। इसके बाद दोनों फरार हो गये।

बीते सितंबर महीने में धोखाधड़ी के शिकार प्रदीप गौरे ने मोहन नगर थाना में इस मामले की रिपोर्ट दर्ज करायी थी। जिस पर पुलिस FIR करने के बाद आरोपी प्रदीप यादव और उसकी बहन की सरगर्मी से तलाश कर रही थी। एक दिन पहले ही पुलिस ने दोनों भाई-बहन को दुर्ग स्थित उनके निवास से गिरफ्तार कर लिया। दोनों आरोपियों को जमानत के आभाव में पुलिस ने न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया है।

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