सरसों के तेल का उपयोग बहुत पहले से किया जा रहा है। सरसों का तेल हमारे स्वास्थ के लिए बहुत लाभदायक है। इस तेल का इस्तेमाल ज़्यदातर खाना बनाने के लिए ही किया जाता है। लेकिन यह सिर्फ भोजन बनाने के लिए ही नहीं है बल्कि यह तेल शरीर की कई छोटी-बड़ी समस्याओं को दूर करने में भी मदद कर सकता है। आज हम आपको सरसों के तेल का उपयोग व फायदे बताएंगे…

जोड़ों का दर्द/गठिया/मांसपेशियों का दर्द

वर्षों से सरसों के तेल का उपयोग जोड़ों के दर्द, गठिया और मांसपेशियों में होने वाले दर्द से निजात पाने के लिए किया जाता रहा है। अगर आप नियमित रूप से इस तेल से मालिश करेंगे तो यह शरीर के रक्त संचार को ठीक करता है । इससे जोड़ों व मांसपेशियों की समस्या को दूर रखने में मदद मिल सकती है। वहीं, सरसों के तेल में मौजूद ओमेगा-3 फैटी एसिड भी जोड़ों के दर्द और गठिया की समस्या में सहायक साबित हो सकता है।

हृदय को रखे स्वस्थ

सरसों तेल के फायदे हृदय स्वस्थ के लिए भी सहायक हो सकते हैं। सरसों का तेल मोनोअनसैचुरेटेड और पॉलीअनसैचुरेटेड फैटी एसिड के साथ-साथ ओमेगा-3 और ओमेगा-6 फैटी एसिड से समृद्ध होता है। ये दोनों फैटी एसिड मिलकर इस्केमिक हृदय रोग (रक्त प्रवाह की कमी के कारण) की आशंका को 50 प्रतिशत तक कम कर सकते हैं। सरसों के तेल में कोलेस्ट्रॉल कम करने लिए भी जाना जाता है। यह खराब कोलेस्ट्रॉल (LDL) के स्तर को कम कर सकता है और शरीर में अच्छे कोलेस्ट्रॉल (HDL) के स्तर को बढ़ा सकता है, जिससे हृदय रोग के जोखिम को कम किया जा सकता है।

दांत संबंधी समस्या

सरसों के तेल के लाभ दांत संबंधी समस्याओं में भी कारगर साबित हो सकते है। विशेषज्ञों के मुताबिक, इस तेल को हल्दी के साथ इस्तेमाल करने पर मसूड़ों की सूजन और मसूड़ों से जुड़ा संक्रमणसे निजात मिल सकती है । वहीं, सरसों तेल और नमक का उपयोग मौखिक स्वच्छता में भी सुधार करने का काम कर सकता है।

ब्रेन फंक्शन को बूस्ट करने के लिए

सरसों के तेल के लाभ ब्रेन फंक्शन को बढ़ावा देने में भी उपयोगी हो सकते हैं। सरसों के तेल में मौजूद फैटी एसिड सबसेलुलर मेम्ब्रेंस की संरचना में बदलाव करने में मदद कर सकता है, जिससे मेम्ब्रेन-बाउंड एंजाइमों की गतिविधि को रेगुलेट किया जा सकता है। यह मस्तिष्क के कार्य के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। सरसों का तेल दिमागी कार्य क्षमता को बढ़ावा देने में भी मददगार साबित हो सकता है।

त्वचा के लिए (एंटी-एजिंग)

सरसों के तेल को त्वचा में लगाना फयदेमंद साबित हो सकता हैं। खासकर, बढ़ती उम्र के प्रभाव को कम करने में यह सकारात्मक प्रभाव प्रदर्शित कर सकता है। सरसों के तेल में ओमेगा-3, ओमेगा-6 फैटी एसिड , एंटीऑक्सीडेंट और विटामिन ई की भरपूर मात्रा पाई जाती है। शरीर में इन तत्वों की कमी से उम्र बढ़ने की समस्या तेज हो सकती है। बढ़ती उम्र के प्रभाव को धीमा करने में सरसों का तेल काफी हद तक सहायक साबित हो सकता है।

बालों के लिए

कई लोग सरसों के तेल को बालों में लगाने के लिए इस्तेमाल करते हैं, जो बालों और स्कैल्प के लिए लाभकारी साबित हो सकता है। इसके उपयोग से बालों के विकास में मदद मिल सकती है। इसके लिए सरसों के तेल में मौजूद मोनोअनसैचुरेटेड फैटी एसिड, ओमेगा 3 और 6 फैटी एसिड मदद कर सकते हैं। इसके अलावा, इस तेल में एंटीफंगल और एंटीबैक्टीरियल प्रभाव भी पाए जाते हैं, जो रूसी की समस्या को पनपने से रोक सकते हैं। इससे स्कैल्प पर खुजली की समस्या से भी राहत मिल सकती है ।