देह व्यापार

0 शमी इमाम
रायपुर। पटना में बैचलर और डांस पार्टियों में सेक्स रैकेट चलने की खबर पर पुलिस ने यहां के दो होटलों में छापा मारा। पुलिस को सूचना मिली थी कि इसके लिए कम उम्र की लड़कियों की सप्लाई हो रही है। और डिमांड के लिए 4 राज्यों में मानव तस्करों का बड़ा नेटवर्क काम कर रहा है। उत्तर प्रदेश, छत्तीसगढ़ और पश्चिम बंगाल के साथ बिहार के अलग-अलग जिलों से मजबूर लड़कियों को बैचलर पार्टियों के लिए लाया जा रहा है।

पटना की पुलिस ने जक्कनपुर थाना क्षेत्र से महज कुछ दूरी पर होटल प्रांजल में चल रहे इस सेक्स रैकेट का भंडाफोड़ किया है। इसके अलावा सरिस्ताबाद जो गर्दनीबाग थाना क्षेत्र में पड़ता है यहां भी छापेमारी की गई है। बचपन बचाओ संस्था के सहयोग और सूचना के आधार पर पटना पुलिस ने इस छापेमारी को अंजाम दिया, जिसमें सेक्स रैकेट में शामिल 8 लड़कियों और अन्य 5 लोगों को पुलिस ने पकड़ा। इन 8 लड़कियों को इस देह व्यापार के धंधे से आजाद कराने में पुलिस को कामयाबी मिली है।

इस देह व्यापार के दलदल में फंसी 8 लड़कियों में से सभी यूपी, पश्चिम बंगाल और छतीसगढ़ की रहने वाली हैं। इस पूरे मामले में पुलिस ने एक होटल मैनेजर को भी हिरासत में लिया और इसके साथ ही 5 अन्य लोगों को भी गिरफ्तार किया है।

स्टिंग ऑपरेशन से हुआ मामले का खुलासा

पटना में एक साल से अधिक समय से बैचलर और डांस पार्टियों में लड़कियों की सप्लाई करने वाले गैंग की भनक पुलिस को भी नहीं थी। ह्यूमन ट्रैफिकिंग को लेकर काम करने वाली संस्था “बचपन बचाओ आंदोलन” को इसकी जानकारी हुई। पुलिस अफसरों के साथ संस्था ने प्लानिंग बनाई और एक बड़ा स्टिंग ऑपरेशन किया गया। संस्था ने दो युवकों को ग्राहक के तौर पर तैयार किया। एक सप्ताह से माइनर लड़कियों की डिमांड की जा रही थी।

फोटो भेजकर लड़कियों को पंसद भी कराया जा रहा था। सोमवार को दोनों ग्राहकों के लिए दो माइनर लड़कियों की डील पक्की हो गई, एक के लिए 16 हजार रुपए फिक्स हो गया। व्हाट्सएप के जरिए लड़की को पसंद कराने से लेकर रेट तक फाइनल किया गया।

गैंग के सदस्य व्हाट्सएप कॉल से ही संपर्क में थे, लेकिन डील फाइनल होने के बाद बातचीत होने लगी। मंगलवार की रात जक्कनपुर थाना क्षेत्र के प्रांजल होटल के कमरा नंबर 202 में दो लड़कियों की डिलीवरी पक्की हुई। ग्राहक के पहुँचने के तत्काल बाद पुलिस ने छापा मारा। इस दौरान पुलिस ने छत्तीसगढ़ की 5, यूपी की एक और पश्चिम बंगाल की एक लड़की को बरामद किया है।

पटना का “गुलशन” और “छग” की “छोटी” चला रहे थे गिरोह

पटना में अलग-अलग वर्ग के लिए सेक्स रैकेट का बड़ा कारोबार चल रहा था। यह पूरा कारोबार दो वर्ड के कोड पर चल रहा था। पटना का गुलशन उर्फ विक्कू छत्तीसगढ़ की रामेश्वरी उर्फ छोटी सिंह के साथ मिलकर बड़ा सेक्स रैकेट चला रहा था।

छोटी गिरफ्तार, गुलशन फरार

गर्दनीबाग थाना क्षेत्र के सरिस्ताबाद से ही लड़कियों की सप्लाई अलग-अलग पार्टियों और होटलों में की जाती थी। सरिस्ताबाद में नन्हें कुमार यादव के तीन मंजिला मकान के फर्स्ट फ्लोर को गुलशन ने 15 हजार रुपए महीना किराए पर ले रखा था। यहां दो यूपी, छत्तीसगढ़ और बंगाल के साथ बिहार के अलग-अलग जिलों से आने वाली लड़कियों को रखा जाता था। पुलिस ने यहां से गुलशन की पार्टनर छोटी सिंह को गिरफ्तार कर लिया।

पुलिस ने यहां से 5 लड़कियों को बरामद किया। इसमें एक लड़की माइनर (नाबालिग) बताई जा रही है। पुलिस का कहना है कि एक कमरे में गुलशन और छोटी सिंह रहते थे और दूसरे कमरे में व हॉल में सप्लाई वाली लड़कियों की व्यवस्था की गई थी। लड़कियों को छोटी सिंह धंधे में उतारने के लिए मोटिवेट करती थी।

म्यूजिकल ग्रुप की आड़ में लाते थे लड़कियों को

गुलशन किंग म्यूजिकल ग्रुप और जादूगर गुलशन किंग में डांस करने के नाम पर लड़कियों को लाया जाता था। इस मामले में सबसे गंभीर बात ये है कि पकड़ी गई ज्यादातर लड़कियां छत्तीसगढ़ से हैं। नौकरी के नाम पर लाई जाने वाली लड़कियों को मॉडलिंग का सपना दिखाकर धंधे में लाया जा रहा था।

जादूगर गुलशन किंग ने मॉडल और लड़की की सप्लाई करने के लिए पूरा नेटवर्क बनाया था। बैचलर और डांस पार्टियों में लड़कियों की सप्लाई के लिए अलग-अलग लड़कों को लगाया गया था, जिससे पुलिस को भी भनक नहीं लग रही थी।

देह व्यापार के धंधे में धकेली गई ये लड़कियां

लड़कियां डांस करने के नाम पर यहां लाई गई थीं और इन्हें इस दलदल में धकेल दिया गया था। पुलिस को मौके से कई आपत्तिजनक सामान भी मिले हैं। इस नेटवर्क में शामिल अन्य लोगों की गिरफ्तारी के लिए भी पुलिस प्रयास कर रही है।

नाबालिग को भेजा गया बालिका गृह

पटना जिले की बाल कल्याण समिति की एक सदस्य ने TRP न्यूज़ को बताया कि बरामद लड़कियों में से 01 नाबालिग को फ़िलहाल बालिका गृह में रखा गया है और उसकी कॉउन्सिलिंग नहीं की गई है, इसलिए पता नहीं चल सका है कि वह कहाँ की रहने वाली है।

इस तरह जिन 5 लड़कियों को पटना में पकड़ा गया है, वे छत्तीसगढ़ के किस इलाके की रहने वाली हैं इसका खुलासा नहीं हो सका है। बता दें कुछ साल पहले भी कोरबा और कुछ अन्य जिलों में इस तरह ऑर्केस्ट्रा में डांस के नाम पर लड़कियों को यूपी, बिहार में ले जाये जानेऔर उन्हें देह व्यापार में धकेलने के मामले सामने आ चुके हैं। आदिवासी बाहुल्य जिलों से इस तरह मानव तस्करी का कारोबार अब भी चल रहा है। जिसे रोकने की जरुरत है। सरकार द्वारा मानव तस्करी को रोकने की जिम्मेदारी जिन विभागों को दी गई उसकी सक्रियता जग जाहिर है।

गौरतलब है कि दो दिन पूर्व ही नारायणपुर और अन्य जिले के नाबालिग बच्चों को काम के बहाने तमिलनाडु ले जाये जाने का मामला उजागर हुआ है। वहीं दूसरी ओर रोजगार के नाम पर ही लड़कियों को बिहार ले जाकर देह व्यापर के धंधे में झोंकने की खबर प्रकाश में आयी है। ऐसे मामलों को गंभीरता से लेते हुए सरकार को कठोर कदम उठाने की जरुरत है।

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