रायपुर- कलिंगा विश्वविद्यालय के फार्मेसी विभाग के द्वारा 24 नवंबर को वर्तमान परिदृश्य में दवाओं की खोज और विकास के लिए फार्मा इंडस्ट्री में नवाचार की भूमिका विषय पर आधारित एक दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन ‘फार्मा एनक्लेव 1.0’ का आयोजन किया गया।जिसमें देश के बड़े फार्मेसी उद्योग से जुड़े हुए लोगों के साथ-साथ विद्वान प्राध्यापक,शोध छात्र एवं विद्यार्थी सम्मिलित थें।इस अवसर पर विषय से संबंधित एक पोस्टर प्रदर्शनी का भी आयोजन किया गया।

जिसमें विभिन्न विश्वविद्यालय और महाविद्यालयों के विद्यार्थियों ने पूरे उत्साह के साथ हिस्सा लिया।सम्मेलन के पहले चरण में कलिंगा विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ.आर.श्रीधर, कुलसचिव डॉ. संदीप गांधी, फार्मेसी विभाग के प्राचार्य डॉ.संदीप प्रसाद तिवारी,मुख्य अतिथि के रुप में उपस्थित ‘एथिक्स’ फार्मा के सीईओ और संस्थापक डॉ. योगेंद्र कुमार चौधरी एवं विशिष्ट अतिथि के रुप में उपस्थित ब्रांडिंग और मार्केटिंग अधिकारी सुश्री मुस्कान कोटवानी की उपस्थिति में ज्ञान और विद्या की देवी माँ सरस्वती के प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्ज्वलन एवं सरस्वती वंदना करने के पश्चात कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ।

इस अवसर पर उपस्थित कलिंंगा विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ.आर.श्रीधर ने कहा कि आज समय की मांग है कि विद्यार्थियों को नवीनतम और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान की जाए।बदलते समय के साथ विद्यार्थियों के उज्जवल भविष्य निर्माण के लिए,उनकी जरुरत के हिसाब से नवाचार से परिचित कराना और ज्ञानवर्धक सूचनाएं प्रदान करना बहुत आवश्यक है।

इस संदर्भ में अनुसंधानकर्ताओं एवं विद्यार्थियों के लिए यह राष्ट्रीय सम्मेलन बहुपयोगी सिद्ध होगा।फार्मा एनक्लेव 1.0 में तीन वैज्ञानिक सत्रों का आयोजन किया गया।जिनका संचालन एवं मुख्य वक्ता की भूमिका का निर्वाह ‘नोवार्टिस’ हैदराबाद के वरिष्ठ विशेषज्ञ डॉ. के.वी. कन्ना राव, इंदिरा गांधी जनजातीय विश्वविद्यालय, म.प्र.के सह प्राध्यापक डॉ. ऋषि पालीवाल और कलिंगा विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. आर. श्रीधर ने किया।

जिन्होंने सम्मेलन के विषय पर केंद्रित बहुमूल्य विचारों से शोधार्थियों को लाभान्वित किया और विद्यार्थियों को प्रेरित किया। इस राष्ट्रीय सम्मेलन में पोस्टर प्रस्तुति एवं मौखिक प्रस्तुति प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। जिसमें विभिन्न महाविद्यालयों एवं विश्वविद्यालयों के 41 छात्रों एवं शोधार्थियों ने मौखिक प्रस्तुतिकरण प्रतियोगिता में भाग लिया जबकि 19 उम्मीदवारों ने पोस्टर प्रस्तुति प्रस्तुति प्रतियोगिता में भाग लिया।

पोस्टर प्रस्तुति का मूल्यांकन ‘आरआईटीईई’ के प्राचार्य डॉ. सत्यब्रत भांजा के द्वारा किया गया और मौखिक प्रस्तुति के लिए मूल्यांकन हिमालयन फार्मेसी संस्थान, सिक्किम के सह प्राध्यापक डॉ. संजीव बहादुर, गायत्री कॉलेज ऑफ फार्मेसी, संबलपुर ओडिशा के सह प्राध्यापक डॉ. सुभेंदु शेखर मिश्रा और श्री रावतपुरा कॉलेज ऑफ फार्मेसी की प्राचार्य डॉ अंशिता गुप्ता सोनी के द्वारा किया गया।

पोस्टर और मौखिक प्रस्तुति में प्रस्तुतकर्ताओं के साथ, ऑनलाइन और ऑफलाइन मोड में विभिन्न संस्थानों के 220 से अधिक विद्यार्थी और शोध विद्वानों ने इस सम्मेलन में भाग लिया। इस राष्ट्रीय सम्मेलन के कार्यक्रम का संचालन फार्मेसी विभाग की सहायक प्राध्यापक सुश्री खुशबू गुप्ता एवं सहायक प्राध्यापक श्री प्रांजुल श्रीवास्तव ने किया।जबकि आभार प्रदर्शन एवं सम्मेलन के समापन की घोषणा कलिंगा विश्वविद्यालय के फार्मेसी संकाय के प्राचार्य डॉ. संदीप प्रसाद तिवारी ने किया।इस सम्मेलन को सफल बनाने के लिए आयोजन समिति के सदस्य श्री सुदीप मंडल,श्रीमती रजनी यादव,श्री सौरभ शर्मा,श्रीमती जयश्री स्वर्णकार एवं श्रीमती सृष्टि नामदेव के साथ विभाग के समस्त प्राध्यापक एवं विद्यार्थी उपस्थित थें