KAMAR PADYATRI

रायपुर। महासमुंद में पिछले 25 दिनों से नौकरी की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे विशेष प्रजाति के भुजिया कमार आदिवासी जिला प्रशासन द्वारा कोई भी पहल नहीं होता देख पैदल ही राजधानी रायपुर के लिए रवाना हो गए। राष्ट्रपति के दत्तक पुत्र कहे जाने वाले ये आदिवासी युवा अपने परंपरागत हथियार तीर-धनुष लेकर दो दिनों तक की पदयात्रा कर राजधानी पहुंचे और अब वे मुख्यमंत्री से मुलाकात के लिए समय मांग रहे हैं।

भुजिया कमार प्रकोष्ठ के महासमुंद अध्यक्ष मोतीराम कमार ने बताया कि शासन की सीधी भर्ती योजना के तहत उन्हें नौकरी दिए जाने का प्रावधान है। महासमुंद जिले में भुजिया कमार प्रजाति के 176 युवा तृतीय और चतुर्थ श्रेणी में भर्ती के लिए पात्र हैं। वे लगभग साल भर से जिला प्रशासन से नौकरी की मांग कर रहे हैं, मगर उन्हें हर बार टाला जा रहा है। जिसके चलते उन्होंने जिला मुख्यालय में आंदोलन शुरू किया। अब वे अपनी मांग सरकार तक पहुंचाने के लिए पदयात्रा कर राजधानी पहुंचे हैं।

10 लोगों को नौकरी का ऑफर

रायपुर के लिए पदयात्रा शुरू करने के पूर्व ही अनुविभागीय अधिकारी के साथ प्रशासनिक अमले एवं पुलिस अधिकारियों ने पहुंचकर कुल दस पदों पर भर्ती के कलेक्टर के आदेश को बताकर पदयात्रा न करने को कहा। मोतीराम ने TRP न्यूज़ को बताया कि केवल 10 बेरोजगारों को कलेक्टर दर पर नौकरी दिए जाने के आश्वासन पर वे तैयार नहीं हुए और पदयात्रा के लिए निकल पड़े। इस दौरान भाजपा नेता विमल चोपड़ा से भी युवाओं ने सलाह मशविरा किया। बताया जा रहा है कि प्रशासनिक अमला और पुलिस के अधिकारी इन्हे रोकने के लिए दबाव बना रहे थे मगर अपनी मंशा बताते हुए आंदोलनकारियों ने कहा कि यदि जेल भी भेजना चाहते हैं तो हमें मंजूर है। हम अपनी यात्रा जारी रखेंगे।

कई जिलों में दी जा चुकी है नौकरी

कमार समाज के जिलाध्यक्ष मोतीराम कमार तथा भूजिया समाज के जिलाध्यक्ष कौशल नेताम ने बताया कि 27 जून को बिलासपुर, मुंगेली, राजनांदगांव, कोरिया, कबीरधाम, कोरबा, सरगुजा, जशपुर, बलरामपुर, धमतरी, महासमुंद, नारायणपुर, सूरजपुर सहित बलौदाबाजार में पिछड़ी जनजातियों के शिक्षित युवाओं को सीधी भर्ती के तहत शासकीय सेवाओं में नियुक्ति प्रमाण पत्र देने के लिये आदेश जारी हुआ था।

सीएम की अध्यक्षता में आयोजित छत्तीसगढ़ जनजाति सलाहकार परिषद की बैठक में पिछड़ी जनजाति के सभी पात्र युवाओं का सर्वे कराकर उनकी पात्रता के अनुसार नियुक्ति की कार्रवाई के निर्देश थे। सीधी भर्ती के रिक्त पदों पर यह आदेश छत्तीसगढ़ सामान्य प्रशासन विभाग के सचिव ने 27 जून 2022 को जारी किया था। बााकी जिलों को छोड़कर इस आदेश का पालन महासमुंद जिले में आज तक नहीं हो सका है। फलस्वरूप कमार भुजिया जन 20 मार्च से धरना दे रहे हैं। इसमें समाज के 10 लोग भूख हड़ताल पर भी हैं।

बहरहाल महासमुंद से पदयात्रा कर पहुंचे राष्ट्रपति के इन दत्तक पुत्रों को CM भूपेश बघेल से मुलाकात के लिए समय का इंतजार है। ये सभी राजधानी के टिकरापारा स्थित गोंडवाना भवन में रुके हुए हैं। इनका कहना है कि अगर उनके साथ न्याय नहीं हुआ तो वे हाई कोर्ट भी जाने को तैयार हैं।

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