दंतेवाड़ा। विधानसभा चुनाव से पहले दोनों प्रमुख दलों के वोट बैंक राजनीतिक दखल ने बीटीओए की आमसभा को अखाड़ा में तब्दील कर दिया। फर्जी सदस्यता को लेकर बीटीओए की आम सभा में जमकर हाथापाई हुई। दक्षिण बस्तर का एकमात्र ट्रक यूनियन बैलाडीला ट्रक ओनर्स एसोसिएशन (BTOA) में फर्जी सदस्यता को लेकर आम सभा रखी गई। इसमें जमकर हाथापाई हुई है। इस मसले को सुलझाने के लिए भाजपा और कांग्रेस दोनों दलों के नेता पहुंचे थे।

उल्लेखनीय है कि, बैलाडीला ट्रक यूनियन में एक हजार से भी अधिक सदस्य है। आगामी विधानसभा चुनाव को देखते हुए भी दोनों दलों के नेता पहुंचे थे, मगर आम सभा में हुए बवाल को देखकर सभी मामले को सुलझाए बगैर ही निकल गए। हालांकि बाद में फैसला हुआ और निर्वाचित सदस्यों की कमेटी को भंग कर दिया गया। अब सुपर कमेटी का गठन किया गया है। यह सुपर कमेटी ही यूनियन के चुनाव होने तक फैसला लेगी।

बीटीओए के तमाम सदस्य वर्तमान कमेटी से खासे नाराज थे। उनका कहना है कि, फर्जी सदस्यता बांटी जा रही है। स्कूटी और ऑटो के नंबर पर भी सदस्यता दी गई है। इस तरह से करीब 200 से अधिक लोगों को फर्जी सदस्य बनाया गया है।

सूत्रों के अनुसार, ये सदस्यता 5 से 10 लाख रुपए तक में बेची गई है। इतना ही नहीं जिले के बाहर के लोगों को भी सदस्यता दी गई। इसी बात से नाराज लोगों में आक्रोश था। नाराज सदस्यों से वर्तमान कमेटी सदस्यों के बीच जमकर हाथापाई हुई है।

बीटीओए क्यों है अहम
बीटीओए दंतेवाड़ा में रोजगार का बड़ा साधन बना हुआ है. इस यूनियन का गठन सिर्फ जिलेवासियों को रोजगार देने के लिए ही किया गया था। एनएमडीसी से निकलने वाला लोह अयस्क की ढुलाई बीटीओए के ट्रक के माध्यम से ही की जाती है। जिले में एक हजार से अधिक परिवारों का रोजागार यही से चल रहा है। यूनियन के गठन के बाद से निरंतर चुनाव होता और निर्वाचित सदस्य इसका संचालन करते हैं।

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