4 हजार महिला एक्टिविस्ट और बुद्धजीवियों ने मुख्य न्यायाधीश को पत्र लिख किया माफी और इस्तीफे की मांग
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टीआरपी डेस्क। 4 हज़ार महिला एक्टिविस्ट और बुद्धिजीवियों ने देश के मुख्य न्यायाधीश को पत्र लिख कर माफी की मांग की है। उन्होंने पत्र में लिखा कि 1 मार्च 2021 को कोर्ट में कहे अपने शब्दों को उन्हें वापस लेना चाहिए। साथ ही CJI को माफी मांगनी चाहिए और बिना एक पल गंवाए उन्हें पद से इस्तीफा दे देना चाहिए।

इसके अलावा पत्र में लिखा गया है कि मीडिया के ज़रिए पता चला कि आपका सवाल था कि क्या यह आरोपी, पीड़िता से शादी करेगा? यह सुझाव मात्र भी पीड़िता को ज़िंदगी भर के लिए रेप में धकेलने वाला था। पत्र में कहा गया है कि यह बात हमें घृणा से भर देता है कि एक महिला को चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया के सामने सिडक्शन, रेप और शादी जैसे शब्दों के मायने एक्सप्लेन करने पड़े।

रेपिस्ट को मैसेज, शादी है रेप का लाइसेंस

पत्र में कहा गया कि भारत में महिलाएं ऐसे लोगों से घिरी हुई हैं, जो रेप के लिए ‘कॉम्प्रोमाइज़’ करने को एक समाधान मानती हैं। पत्र में कहा गया है कि आपके शब्द कोर्ट की गरिमा को नीचे गिराने वाले हैं। चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया जैसे प्रतिष्ठित पद से देश की अन्य अदालतों, पुलिस और अन्य एजेंसियों तक यह संदेश जा रहा है कि भारत में महिलाओं के लिए न्याय उनका संवैधानिक अधिकार ही नहीं है। वहीं रेपिस्ट को यह मैसेज जा रहा है कि शादी, रेप का लाइसेंस है।

क्या तुम पीड़िता से शादी करोगे?

आपको बता दें, 1 मार्च को सुप्रीम कोर्ट की एक बेंच एक मामले की सुनवाई कर रही थी। इस बेंच की अगुवाई चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया एस.ए. बोबडे कर रहे थे। मामला एक सरकारी कर्मचारी के ऊपर लगे रेप के आरोपों से जुड़ा था। केस में आरोपी को सेशन कोर्ट ने अग्रिम ज़मानत दे दी थी, लेकिन हाई कोर्ट ने इस फैसले को खारिज कर दिया था। इस पर आरोपी ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका डाली। जिस पर सुनवाई करते हुए CJI बोबडे ने आरोपी से पूछा कि क्या वह पीड़िता से शादी करेगा?

इस पर आरोपी ने कहा कि “मैं उससे शादी करना चाहता था लेकिन उसने मना कर दिया था। अब मैं नहीं कर सकता, क्योंकि मेरी शादी हो चुकी है। ट्रायल चल रहा है और चार्ज फ्रेम होने अभी बाकी हैं।”

वहीं कोर्ट ने उसकी गिरफ्तारी पर रोक लगा दी और गिरफ्तारी से चार हफ्तों के लिए अग्रिम सुरक्षा दे दी है। साथ ही उसे यह भी कहा गया कि इन चार हफ्तों में वह सेशन कोर्ट में रेगुलर बेल के लिए अप्लाई करे।

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