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रायपुर : कोरोना की तीसरी लहर के बीच प्रदेश में संक्रमण की गति काफी तेज है। हर रोज कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या में लगातार बढ़ोत्तरी हो रही है। हालांकि यह आशंका विशेषज्ञों ने पहले ही जता दी थी कि साल के अंत तक संक्रमण अचनाक और बहुत ही तेजी से बढ़ेगा। इसके साथ ही विशेषज्ञों ने जनवरी अंतिम सप्ताह और फरवरी प्रथम सप्ताह के बीच छत्तीसगढ़ में कोरोना की तीसरी लहर के चरम पर रहने के आसार भी जताए थे।

तीसरी लहर में रोजोना 5000 से अधिक संक्रमित

कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर में इन दिनों कोरोना से रोजाना औसतन 5000 से अधिक मरीज संक्रमित मिल रहे हैं। 18 जनवरी को ही प्रदेश में कोरोना वायरस से संक्रमण के 5614 मामले सामने आए थे। इन सबके बाद भी प्रदेश में कोरोना जांच की रफ्तार अब भी बहुत अधिक नहीं है। प्रदेश में हर रोज औसतन 50 हजार लोगों की कोरोना जाँच की जा रही है। जबकि प्रदेश में कोरोना संक्रमण की दर 11 प्रतिशत तक पहुँच चुकी है। ऐसे में बड़ा सवाल यह उठता है कि क्या प्रदेश में बढ़ते मामलों के बीच जाँच का यह आँकड़ा पर्याप्त है?

स्वास्थ्य विभाग ने दी यह जानकारी

उपरोक्त विषय पर TRP ने स्वास्थ्य विभाग के उच्च अधिकारियों से चर्चा की तो स्वास्थ्य विभाग ने जानकारी दी कि प्रदेश में कोरोना की जाँच पर्याप्त मात्रा में हो रही है। प्रदेश में कोरोना ट्रेसिंग के जरिए रेंडम जाँच की जा रही है। रेल्वे स्टेशनों और सार्वजनिक स्थानों पर भी रेंडम जाँच की जा रही है। लेकिन फिर भी कुछ लोग लक्षण होने के बाद भी जाँच से कतरा रहे हैं। उन्हें समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारी को समझते हुए अपनी जाँच करवानी चाहिए।

स्वास्थ्य विभाग ने जानकारी दी कि वर्तमान जाँच संख्या से दोगुनी संख्या में रोजाना जाँच के लिए भी विभाग तैयार है। विभाग द्वारा पर्याप्त मात्रा में टेस्ट किट की खरीदी की जा चुकी है और नए किट के लिए भी ऑर्डर दे दिया गया है। विभाग ने सरकारी जाँच केन्द्रों और अस्पतालों के साथ प्राइवेट लैबों के साथ भी करार किया है जिसके तहत अधिक मात्रा में जाँच होने पर इन लैबों से भी सहायता ली जा सकती है।

इन तरीकों से हो रही जाँच

स्वास्थ्य विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार अभी प्रदेश में कोरोना जाँच 4 प्रकार से किया जा रहा है। इनमें एंटिजन टेस्ट, ट्रू-नॉट, आरटीपीसीआर और सेल्फ टेस्ट शामिल हैं। इस बार पहली बार स्वास्थ्य विभाग ने घर पर स्वयं से जाँच करने की अनुमति दी है।

घर पर जाँच करते समय रखें इन बातों का ध्यान

मरीजों की सुविधा को ध्यान रखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने दुकान से टेस्ट किट खरीदकर घर पर ही कोरोना जाँच करने की सुविधा तो दे दी है लेकिन घर पर जाँच करते समय इस बात का ध्यान रखना बहुत आवश्यक है कि जाँच की रिपोर्ट जो भी आए उसे सहीं सहीं पोर्टल पर अपलोड किया जाए। और अगर जांच पॉजिटिव आती है तो इसकी सूचना स्वास्थ्य विभाग को दें जिससे विषम परिस्थिति बनने पर मरीज को उचित सहायता जैसे की अस्पताल में बेड, आक्सीजन सिलेंडर आदि उपलब्ध कराई जा सके।

अभी भी ओमिक्रॉन पर डेल्टा वैरिएंट भारी

छत्तीसगढ़ के एक प्रतिष्ठित अस्पताल के एक वरिष्ठ चिकित्सक ने TRP से बातचित में बताया कि भले ही दुनिया भर में कोरोना के नए ओमिक्रॉन वैरिएंट को लेकर हड़कंप मचा हुआ है। लेकिन फिर भी प्रदेश में कोरोना के संक्रमण के ज्यादा मामले डेल्टा वैरिएंट के ही है। इस प्रकार के संक्रमण में मरीजों में भारी लक्षण देखने को मिलते है। और कहीं न कहीं अभी भी यही वैरिएंट नए ओमिक्रॉन वैरिएंट पर भारी नजर आ रहा है।

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