कोरोना के अफ्रीकन वैरिएंट ने भारत में बढ़ाई चिंता... UK ने 6 अफ्रीकी देशों से आने वाली फ्लाइट्स कीं सस्पेंड, हॉन्गकॉन्ग पहुंचा नया वैरिएंट

टीआरपी डेस्क। एक तरफ दक्षिण अफ्रीका और बोत्सवाना में मिले कोरोना के नए वैरिएंट को लेकर दुनियाभर लोगों की चिंता बढ़ी है। वहीं राहत भरी खबर यह है कि भारत में अब तक नए वैरिएंट का कोई भी नया मामला सामने नहीं आया है।

सूत्रों के अनुसार B.1.1.529 नाम का यह वैरिएंट देशभर टेस्टिंग लैब्स में भेजे गए किसी भी सैंपल में नहीं मिला है। केंद्र सरकार ने इस वैरिएंट के मद्देनजर हॉन्गकॉन्ग और बोत्सवाना से आने वाले यात्रियों की जांच के लिए सभी एयरपोर्ट्स पर निर्देश जारी किए हैं। केंद्र सरकार ने राज्यों को भी विशेष सतर्कता बरतने के निर्देश दिए हैं।

इन खतरनाक वैरिएंट को लेकर खतरा बढ़ता जा रहा है। इसे देखते हुए WHO ने शुक्रवार को इमरजेंसी मीटिंग बुलाई है। दक्षिण अफ्रीका के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ इंफेक्शियस डिजीज ने बताया- देश में इस वैरिएंट के अब तक 22 केस मिले हैं। वैज्ञानिकों ने इसे B.1.1.529 नाम दिया है।

ब्रिटेन का सख्त रुख, 6 देशों से आने वाली फ्लाइट्स पर लगाई रोक

ब्रिटेन ने नए वैरिएंट के खतरे को देखते हुए अफ्रीका के 6 देशों आने वाली फ्लाइट्स पर फिलहाल रोक दिया है। इनमें दक्षिण अफ्रीका, नामीबिया, बोत्सवाना, जिंबाब्वे, लिसोथो और एसवाटिनी शामिल हैं।

हॉन्गकॉन्ग में भी मिला नया वैरिएंट

साउथ अफ्रीका से हॉन्गकॉन्ग पहुंचे लोगों में भी इस वैरिएंट का संक्रमण पाया गया है। नया वैरिएंट सबसे पहले रीगल एयरपोर्ट होटल में ठहरे 2 लोगों में पाया गया। हॉन्गकॉन्ग के सेंटर फॉर हेल्थ प्रोटेक्शन (CHP) के मुताबिक, जांच से पता चला है कि दोनों मामले B.1.1.529 वैरिएंट के ही हैं। पहले शख्स ने एयर वाल्व वाला मास्क पहना था और इस मास्क की वजह से ही दूसरे शख्स में वायरस का संक्रमण पहुंचा।

भारत में भी अलर्ट जारी

हॉन्गकॉन्ग और बोत्सवाना से आने वाले यात्रियों की जांच के लिए सभी एयरपोर्ट्स को निर्देश दिए गए हैं। केंद्र सरकार ने राज्यों को विशेष सतर्कता बरतने के निर्देश दिए हैं। राज्यों से कहा गया है कि वे दक्षिण अफ्रीका, हॉन्गकॉन्ग और बोत्सवाना से आने वाले यात्रियों की अच्छी तरह से जांच करें।

राज्यों और UTs को लिखे एक लेटर में हेल्थ सेक्रेटरी राजेश भूषण ने कहा- पॉजिटिव पाए जाने वाले सैंपल्स को तुरंत जीनोम सीक्वेंसिंग लैबोरेटरी में भेजा जाए। देश की नेशनल सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल ने भी इस वैरिएंट के लेकर आगाह किया है।

नई लहर से निपटने के लिए बूस्टर डोज लगाएगा फ्रांस

फ्रांस ने कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों से निपटने के लिए लॉकडाउन या कर्फ्यू लगाने के बजाय वयस्क आबादी को कोविड रोधी टीके की बूस्टर डोज देने का फैसला किया है। देश में पिछले कुछ दिनों से संक्रामक रोग के मामले बढ़ें हैं और रोज़ाना 30 हजार से ज्यादा कोविड-19 पीड़ित लोगों की पुष्टि हो रही है। फ्रांस के स्वास्थ्य मंत्री ओलिवियर वेरन ने बताया कि वैक्सीन की दूसरी और तीसरे डोज के बीच की अवधि को छह महीने से कम करके पांच महीने कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि फ्रांस के पास बूस्टर खुराक लगाने के लिए राष्ट्रव्यापी अभियान शुरू करने के वास्ते वैक्सीन का पर्याप्त स्टॉक है।

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