रायपुर। अंतागढ़ टेप कांड (Antagarh Tape Case) मामले में मंतूराम पवार (Manturam Pawar) द्वारा करोड़ों की डील होने का बयान जारी करने के बाद उसकी सुरक्षा बढ़ा दी गई है। मंतूराम ने बयान देने के बाद अपनी जान को खतरा बताते हुए डीजीपी डीएम अवस्थी (DGP DM Awasthi) से सुरक्षा की मांग की थी, जिसके बाद उनके रायपुर निवास पर 7 पुलिस कर्मियों को तैनात कर दिया है। वही दंतेवाड़ा उपचुनाव (Dantewada By Election) को देखते हुए मंतूराम पवार ने अपने कांकेर (Kanker) और पखांजूर निवास पर भी सुरक्षा मुहैया करने की मांग डीजीपी से की है।

धरमलाल कौशिक ने मंतूराम के बयान को बताया बेबुनियाद

गौरतलब है कि मंतूराम पवार (Manturam Pawar) ने अपने बयान में अंतागढ़ उपचुनाव (Antagarh By Election) में उन पर नाम वापस लेने के लिए दबाव बनाने और करोड़ो रूपए की डील किए जाने का जिक्र किया है। उन्होंने बयान दिया है कि पूर्व कैबिनेट मंत्री राजेश मूणत (Rajesh Munat) के बंगले में पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह (Former CM Dr Raman Singh), अजीत जोगी और उनके पुत्र अमित जोगी के बीच अंतागढ़ सीट को लेकर साढ़े 7 करोड़ रुपए में डील किया गया था, जिसके बाद उन्हें नाम वापस लेने के लिए दबाव डाला गया साथ ही धमकी दी गई।

वही विधानसभा नेताप्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक (Dharamlal Kaushik) ने मंतूराम पवार के इस बयान को बेबुनियाद हुए इसे सोची समझी साजिश बताया है। कौशिक ने मंतूराम के बयान पर सवाल उठाते हुए कहा है कि क्या सपथ पात्र की भाषा मंतूराम पवार की नहीं थी ? दबाव डालकर षड्यंत्र के तहत मंतूराम से झूठा बयान लिया जा रहा है।

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