रायपुर। अंतागढ़ टेपकांड के चलते प्रदेश की सियासत में हलचल मची हुई है। पुलिस ने अंतागढ़ टेपकांड (Antaragh Tape case) मामले की जांच (Investigation) तेज कर दी है। ऐसी जानकारी मिल रही है कि एसआईटी (SIT- Special Investigation Team) मंतूराम पवार (Manturam Pavar) और फिरोज सिद्दीकी (Firoz Siddiqui) को आमने-सामने बिठाकर पूछताछ कर सकती है।

पुलिस ब्लैकमेलिंग (Blackmailing) के मामले में जेल में बंद फिरोज सिद्दीकी को रिमांड (Remand) पर ले सकती है। आपको बता दें कि शनिवार को कोर्ट में अंतागढ़ चुनाव (Antaragh Election) को लेकर मंतूराम ने आरोप लगाया था कि पूर्व मुख्यमंत्री डाॅ. रमन सिंह (Dr. Raman Singh), अजीत जोगी (Ajit Jogi), अमित जोगी (Amit Jogi) और पूर्व मंत्री राजेश मूणत (Rajesh Munat) के बीच 7.5 करोड़ रुपए की डील हुई थी।

मंतूराम ने लगाये ये आरोप

अंतागढ़ उपचुनाव टेपकांड के मुख्य आरोपी मंतुराम पवार ने शनिवार को कोर्ट में 164 के तहत दिए गए बयान में पूर्व सीएम रमन सिंह, अजीत जोगी, राजेश मूणत, अमित जोगी सहित फिरोज सिद्दीकी और अमीन मेनन (Ameen Menon) के बीच नाम वापसी के लिए साढ़े सात करोड़ रुपए में डील होने की बात कही। मंतुराम ने कहा था कि उस वक्त लोकतंत्र की हत्या हुई थी और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। बता दें कि 2014 में हुए अंतागढ़ उपचुनाव में मंतुराम पवार कांग्रेस के प्रत्याशी थे और अंतिम समय में नाम वापस लेकर राजनीतिक भूचाल ला दिया था। इस घटना के ठीक चार माह के बाद एक ऑडियो टेप (Audio Tape) जारी हुआ जिसमें तमाम खरीद फरोख्त और डिलिंग (Dealing) की बातें सामने आईं।

बीजेपी ने किया अपना बचाव

अंतागढ़ टेपकांड मामले पर मंतूराम पवार के बयान ने सियासी बवाल मचा दिया। पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने उन पर लगे आरोपों का खंडन करते हुए सीएम भूपेश बघेल पर ही हमला बोल दिया। अंतागढ़ उपचुनाव में पैसे के लेन देने के आरोप को लेकर डॉ. रमन सिंह ने कहा कि ये विशुद्ध रूप से राजनीति से प्रेरित है। दबाव डालकर मंतूराम से बयान लिया गया है। उन्होने कहा कि दंतेवाड़ा उपचुनाव को प्रभावित करने की ये एक साजिश है और सीएम भूपेश बघेल (CM Bhupesh Baghel) के निर्देश पर इस तरह की बयानबाजी हो रही है। जबकि इस दौरान वे अमेरिका (America) में थे और इस सिलसिले में उनकी किसी से भी बात नहीं हुई है।

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