टीआरपी डेस्क। छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में पुलिस पर फर्जी मुठभेड़ ( Bijapur Naxal Encounter ) के आरोप लग रहे हैं। शनिवार को 1 लाख के इनामी माओवादी को मुठभेड़ में ढेर करने के दावे के बाद बस्तर पुलिस पर फर्जी मुठभेड़ का आरोप लगा है।

मुठभेड़ ( Bijapur Naxal Encounter ) में मारे गए कथित नक्सली के परिजनों और ग्रामीणों ने बताया विकेश हेमला जो की बासागुड़ा थानाक्षेत्र के कोरसागुड़ा गांव का निवासी था, वो घर पर परिजनों के साथ खाना खा रहा था, तभी बीजापुर पुलिस के जवान विकेश को घर से उठाकर अपने साथ जंगल की ओर ले गए थे। परिजनों ने आगे बताया कि पुलिस जवानों एकतरफा फायरिंग करके विकेश को मार गिराया।

बस्तर आईजी पी सुंदरराज ने टीआरपी को बताया कि मारे गए नक्सली के खिलाफ थाने में दो मामले दर्ज हैं। मार्च 2019 को आउटपल्ली के जंगलों में हुई मुठभेड़ में शामिल था। सितंबर 2019 को तर्रेम कुरसमपारा में ग्रामीण की हत्या की। बस्तर आईजी पी सुंदरराज आगे कहा कि परिजन व ग्रामीण अक्सर नक्सलियों के दबाव में आकर पुलिस पर आरोप लगाते हैं। पुलिस कभी भी ग्रामिणों का नुकसान नहीं करेगी। पुलिस उनकी सुरक्षा एवं सहायता के लिए ही है। बस्तर आईजीपी ने दावा किया कि पुलिस-नक्सल मुठभेड़ में मारा गया नक्सली विकेश हेमला माओवादी संगठन में सक्रिय था।

बता दे कि छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित बीजापुर जिले में शनिवार को पुलिस व नक्सलियों के बीच हुए मुठभेड़ में पुलिस ने एक लाख रुपए के इनामी नक्सल को ढेर कर देने का दावा किया था।

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