रायपुर। राज्य सरकार ने कोरोना के मद्देनजर बड़ा आदेश जारी किया है। राज्य सरकार ने सभी कलेक्टर, कमिश्नर सहित सभी दफ्तरों को निर्देशित किया है कि वो दफ्तर में कम से कम कर्मचारियों की उपस्थिति करायें। इमरजेंसी सेवाओं से जुड़े कर्मचारियों को छोड़कर शेष कार्यालयों के कर्मचारियों को घर से ही काम करने को कहा है।

छत्तीसगढ़ में कोरोना के बढ़े खतरे के मद्देनजर सामान्य प्रशासन विभाग ने ये आदेश जारी किया है। राज्य सरकार ने सभी कलेक्टर, कमिश्नर, राजस्व विभाग और सभी विभागों को निर्देशित किया है कि 25 मार्च तक कोरोना वायरस से निपटने में शामिल विभाग के अधिकारी और कर्मचारियों को छोड़कर अन्य विभाग के कर्मचारियों की कम से कम दफ्तरों में उपस्थिति सुनिश्चित कराने को कहा है।

इमरजेंसी सेवाओं को छोड़कर अन्य विभाग के कर्मचारियों व अधिकारियों को घर पर बैठकर काम करेंगे

राज्य सरकार ने इमरजेंसी सेवाओं को छोड़कर अन्य विभाग के कर्मचारियों व अधिकारियों को घर पर बैठकर ही काम करने को कहा है और फोन और अन्य माध्यमों से विभाग के शीर्ष अधिकारियों से संपर्क रखने को कहा है।

यही नहीं सरकार ने ये भी निर्देशित किया है कि कर्मचारियों व अधिकारियों के घर लौटने और दफ्तर आने के वक्त में अंतर रखा जाये, ताकि एक ही वक्त में ज्यादा भीड़ इकट्ठा नहीं हो। राज्य सरकार ने इसके लिए तीन पाली तय किये हैं। पहली पाली 10 बजे से 5 बजे, दूसरी पाली 10.30 से 5.30 बजे और तीसरी पाली 11 बजे से शाम 6 बजे तक रखी है।

बता दें कि कोरोना संक्रमण को देखते हुए छत्तीसगढ़ सरकार ने अंतर राज्यीय बस सेवा दो दिनों के लिए बंद कर दी है। इसके आदेश जारी कर दिए गए हैं। जिससे करीब 200 बसों के पहिए थम गए हैं।
बता दें कि राजधानी रायपुर में कोरोना पाजिटिव के एक मरीज मिलने के बाद पूरे प्रदेश में धार 144 लागू कर ​दी गई है। वहीं मध्यप्रदेश के जबलपुर में 4 मरीजों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि होने के बाद प्रशासन अलर्ट मोड पर आ गया है। पड़ोसी राज्यों की सीमा को सील कर दिया गया है।

l

Chhattisgarh से जुड़ी Hindi News के अपडेट लगातार हासिल करने के लिए हमें 

Facebook पर Like करें, Twitter पर Follow करें  और Youtube  पर हमें subscribe करें।