कोविशील्ड
कोविशील्ड

टीआरपी डेस्क। देश में 18 प्लस वैक्सीनेशन (18 Plus Vaccination) के समय कई राज्य वैक्सीन की कमी झेल रहे हैं, ऐसे में भारत सरकार ने सीरम इंस्टीट्यूट के कोविशील्ड की 50 लाख डोज को UK एक्सपोर्ट करने के आग्रह को ठुकरा दिया है। कोविडशील्ड ने UK से एक्सपोर्ट को लेकर पहले प्रतिबद्धता जताई थी। कई दौर की बातचीत और अंतरराष्ट्रीय दबाव के बावजूद सरकार की तरफ से वैक्सीन एक्सपोर्ट को मंजूरी देने से मना कर दिया गया है।

साथ ही राज्यों को स्थानीय स्तर पर वैक्सीन की कमी को पूरा करने के लिए सीरम इंस्टीट्यूट से संपर्क करने को कहा गया है। सरकार ने देश में 1 मई से 18 प्लस का वैक्सीनेशन शुरू किया है। हालांकि अभी ये देश के सभी राज्यों में शुरू नहीं हो पाया है।

राज्यों में सप्लाई की कमी देखी जा रही है। TOI की रिपोर्ट के मुताबिक, निजी अस्पताल में वैक्सीन के लिए कंपनी से संपर्क कर सकते हैं। मंत्रालय ने राज्यों से कंपनी से संपर्क करने और जल्द से जल्द वैक्सीनेशन को तेजी देने के लिए कहा है। रिपोर्ट के मुताबिक यूके एक्सपोर्ट के लिए तैयार की गई वैक्सीन की डोज के लेबल को बदलना पड़ सकता है, क्योंकि ये वहां के मुताबिक पैक किए गए गए थे, लेकिन अब लोकल मार्केट में सप्लाई के मुताबिक उन्हें नए लेबल की जरूरत होगी।

वैक्सीनेशन प्रोग्राम हुआ स्लो

कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच देश में टीकाकरण अभियान जारी है। पिछले महीने 5 अप्रैल में वैक्सीनेशन प्रोग्राम पीक पर पहुंच गया था, जहां एक दिन में 43,00,966 लोगों ने कोरोना वैक्सीन की डोज ली थी। माना जाना लगा था कि देश के हर योग्य नागरिक को कोरोना वैक्सीन की डोज जल्द ही लग जाएगी। कोरोना वैक्सीनेशन की प्रक्रिया को और तेज करते हुए 1 मई से कोरोना वैक्सीन का तीसरा चरण शुरू कर दिया गया, जिसमें 18 साल से ऊपर के लोगों को कोरोना वैक्सीन देना शुरू किया गया है।

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