बस्तर। दंतेवाड़ा विधानसभा उपचुनाव के बाद अब भाजपा ने चित्रकोट (Chitrakot) पर फोकस करना शुरु कर दिया है। चुनाव प्रभारी विधायक नारायण चंदेल (MLA Narayan Chandel) और उपचुनाव प्रभारी पूर्व मंत्री केदार कश्यप (Former Minister Kedar Kashyap) मंगलवार को बस्तर के लिए रवाना हो गए हैं। वे चित्रकोट में छोटे से लेकर बड़े पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं से रायशुमारी करेंगे और उम्मीदवारों का पैनल तैयार करेंग।

27 सितंबर को होने वाली प्रदेश चुनाव समिति की बैठक में इसकी जानकारी दी जाएगी। ऐसी कयास लगाई जा रही है कि इस बार पार्टी किसी नए चेहरे पर दांव लगा सकती है। भाजपा (BJP) हर वर्ग के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं से राय लेकर एकमत से उम्मीदवार का नाम तय किया जाएगा।

दंतेवाड़ा की तर्ज पर प्रचार-प्रसार

चित्रकोट में पिछले दो चुनाव से भाजपा को हार का सामना करना पड़ रहा है। ऐसे में पार्टी की कोशिश है कि उपचुनाव (Chitrakot By Election) में जीत दर्ज की जाए। भाजपा के उच्च पदस्थ सूत्रों की मानें तो चित्रकोट में एक नाम पर सहमति बनाने की कोशिश की जाएगी। दंतेवाड़ा की तर्ज पर यहां भी प्रयास किया जा रहा है। बस्तर संभाग की दंतेवाड़ा विधानसभा सीट पर सोमवार को मतदान हुआ। इसी संभाग की एक और विधानसभा सीट चित्रकोट में उपचुनाव का भी बिगुल बज गया है। चुनाव आयोग ने 21 अक्टूबर को उपचुनाव की घोषणा की है। 30 सितंबर तक प्रत्याशियों को नामांकन फॉर्म जमा करना है। अभी तक तो मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से लेकर कांग्रेस के आला-नेता दंतेवाड़ा उपचुनाव में ही व्यस्त थे।

तैयार होगी चुनावी रणनीति

अब मोर्चा, प्रकोष्ठ, नगरीय निकाय और पंचायत के प्रतिनिधियों, पूर्व विधायकों से चर्चा करके चुनाव की अंतिम रणनीति बनाई जाएगी। दो दिनों में टिकट के दावेदारों से वन टू वन चर्चा होगी। इसके साथ ही पदाधिकारियों के साथ चुनाव की रणनीति पर भी चर्चा करेंगे। चुनाव में कार्यविभाजन भी किया जाएगा। मोर्चा-प्रकोष्ठ के पदाधिकारियों को अलग-अलग जिम्मेदारी भी बांटी जाएगी।

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