रायपुर। नक्सलियों द्वारा अपहरण के बाद छोड़े गए जवान राकेश्वर सिंह मनहास से मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज मुलाकत की, मुख्यमंत्री ने इस दौरान जवान और मध्यस्थों से चर्चा की और शॉल श्रीफल भेंट कर उन्हें सम्मानित भी किया। उन्होंने जवान की रिहाई में शामिल समाजसेवी और पत्रकारों से भी मुलाकात की, इस दौरान गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू, उद्योग मंत्री कवासी लखमा भी मौजूद रहे।
राकेश्वर सिंह मनहास और मध्यस्थता करने वाली टीम से मुलाकात के बाद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि सामाजिक संगठन के लोगों और पत्रकारों ने जो भूमिका निभाई यह अद्वितीय था। इसके पहले भी कई मध्यस्थता हुई, लेकिन यह घटना ऐसी थी जिसमें शर्त नहीं थी, इस प्रयास की जितनी भी सराहना की जाए कम है। देश भर के लोगों की नजर इस घटना पर थी, कि कैसे जवान छुड़ाया जाएगा, सभी साथियों ने संयम, धैर्य के साथ काम किया।
जवान की मां को दिया था वचन
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बताया कि उन्होंने राकेश्वर सिंह मनहास की मां को वचन दिया था कि राकेश्वर को कुछ नहीं होगा, हमने उनके परिवार के भरोसे को बनाए रखा. बस्तर में शांति और अमन चैन का वातावरण बने, इस रास्ते पर हम चलेंगे।
गौरतलब है कि बीजापुर जिले में मुठभेड़ के बाद नक्सलियों ने जवान को अगवा कर लिया था। मामला संज्ञान में आने के बाद मध्यस्थ की भूमिका में गए समाजसेवी और पत्रकारों ने जवान को सुरक्षित रिहा कराया, इस मुठभेड़ में 22 जवान शहीद हुए थे।
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