अब छत्तीसगढ़ के हर अस्पतालों में ऑपरेशन और भर्ती के पहले अनिवार्य होगा कोरोना जांच, सार्वजनिक स्थानों पर भी तैयारी
अब छत्तीसगढ़ के हर अस्पतालों में ऑपरेशन और भर्ती के पहले अनिवार्य होगा कोरोना जांच, सार्वजनिक स्थानों पर भी तैयारी

रायपुर। छत्तीसगढ़ में कोरोना संक्रमण की शुरूआत से लेकर अब तक प्रति दस लाख की आबादी में कुल कोरोना जांच राष्ट्रीय औसत से आगे है। यहां प्रति दस लाख की जनसंख्या में औसत सैंपल जांच 3 लाख 48 हजार 938 है, जबकि राष्ट्रीय स्तर पर अब तक औसत 2 लाख 94 हजार 402 सैंपलों की जांच हुई है।

प्रदेश में अब तक 1 करोड़ से ज्यादा सेंपलों की जांच की गई है। आरटीपीसीआर जांच के माध्यम से 25 लाख 3 हजार 108, ट्रू-नाट विधि से 9 लाख 35 हजार 284 एवं रैपिड एंटीजन किट के माध्यम से 65 लाख 84 हजार 301 सेंपलों की जांच की गई है। इस तरह कुल 1 करोड़ 22 हजार 693 सेंपलों की जांच अब तक की जा चुकी है।

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एम्स रायपुर और दस अन्य शासकीय मेडिकल कॉलेजों तथा निजी क्षेत्र के छः लैबों में आरटीपीसीआर जांच की सुविधा है। दुर्ग, बलौदाबाज़ार, जांजगीर-चांपा, जशपुर और दंतेवाड़ा जिलों में भी जल्दी ही आरटीपीसीआर टेस्टिंग शुरू हो जाएगी। प्रदेश में कोरोना संक्रमण की शुरूआत के समय मार्च-2020 में केवल एम्स रायपुर में ही आरटीपीसीआर जांच की सुविधा थी।

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अब राज्य में सभी शासकीय चिकित्सा महाविद्यालयों में भी आरटीपीसीआर जांच की सुविधा उपलब्ध है। प्रदेश के 33 सरकारी और सात निजी लैबों में ट्रू-नाट विधि से सैंपल जांच की जा रही है। सभी जिलों में अतिरिक्त मशीनें उपलब्ध कराकर ट्रू-नाट लैबों की क्षमता भी प्रदेश में बढ़ाई गई है। रैपिड एंटीजन किट से भी सभी जिलों में कोरोना सैंपलों की जांच की जारी है।

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