24 घंटे में 27,176 नए केस, 284 की मौत, रायपुर में फिर बढ़े कोरोना के मरीज

नई दिल्ली। देश में कोरोना के बढ़ते मामलों ने एक बार फिर डरा दिया है। औसतन 45 हजार के आसपास कोरोना संक्रमित रोजाना सामने आ रहे हैं। ऐसे में कई राज्यों ने फिर से कोविड प्रतिबंध लगाना शुरू कर दिया है। देश के कुछ राज्यों में बढ़ते कोरोना मामलों की वजह से रात का कर्फ्यू और अनिवार्य क्वारंटीन का दौर फिर लौट आया है।

कुछ खास राज्यों से आने वाले लोगों के लिए आरटी-पीसीआर टेस्ट भी अनिवार्य हो गया है। संभावित तीसरी लहर की आशंका की वजह से कई राज्य सरकारों ने संक्रमण के प्रसार को नियंत्रित करने के लिए नए प्रतिबंध लगा दिए हैं। हाल के हफ्तों में देश के कई हिस्सों में कोरोना को लेकर नए निर्देशों की घोषणा की गई है।

केंद्र सरकार ने पिछले सप्ताह सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को यह सुनिश्चित करने के लिए कहा था कि आगामी त्योहारी सीजन के दौरान कोई बड़ी भीड़ न जुटे। यदि आवश्यक हो, तो कोरोनावायरस के प्रसार को रोकने के लिए स्थानीय प्रतिबंध लगाए जाएं। इसी के मद्देनजर राज्य सरकारों ने नई पाबंदियां लगा दी हैं।

किन-किन राज्यों में नए प्रतिबंध

केरल

देश में कोरोना के सबसे ज्यादा मामले इसी राज्य से आ रहे हैं। शुक्रवार को जो 45,352 मामले दर्ज किए गए उसमें अकेले केरल में 32,092 कोरोना संक्रमित सामने आए हैं। बढ़ते मामलों के मद्देनजर पिछले महीने के अंत में, केरल सरकार ने एक बार फिर रात का कर्फ्यू लगा दिया है।

स्थानीय निकायों में जहां साप्ताहिक संक्रमण जनसंख्या अनुपात  सात से अधिक है वहां पूर्ण लॉकडाउन लागू कर दिया गया है। मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने कहा कि ओणम त्योहार के लिए लॉकडाउन प्रतिबंधों में ढील के कारण मामलों में तेजी आई है।

कर्नाटक

केरल में बढ़ते मामलों ने कर्नाटक सरकार को भी डरा दिया है। बीते सोमवार को सरकार ने घोषणा की, कि पड़ोसी राज्य केरल से आने वाले सभी लोगों को अनिवार्य रूप से सप्ताह भर क्वारंटीन रहना होगा। कर्नाटक के मुख्यमंत्री कार्यालय के एक बयान में कहा गया कि, “केरल से आने वाले लोगों को एक सप्ताह तक क्वारंटीन रहना अनिवार्य होगा और सातवें दिन उन्हें टेस्ट कराना जरूरी है।

बयान के मुताबिक  भले ही व्यक्ति ने टीके का दोनों डोज लिया हो या उनकी आरटी-पीसीआर रिपोर्ट निगेटिव ही क्यों न हो। राजस्व मंत्री आर अशोक ने कहा कि यह नियम छात्रों पर भी लागू होगा। केरल से लगने वाले आठ जिलों में सप्ताहांत कर्फ्यू, शुक्रवार रात नौ बजे से सोमवार सुबह पांच बजे तक लगा दिया गया है।

तमिलनाडु

तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने बीते सोमवार को कोरोना के मद्देनजर राज्य में लगाए गए प्रतिबंधों को 15 सितंबर तक बढ़ा दिया है। राज्य सरकार के नए दिशानिर्देशों के अनुसार, लोगों को रविवार को समुद्र तट पर जाने की इजाजत नहीं है। रविवार को चेन्नई में समुद्र तट पर लोगों की बहुत भीड़ देखी जाती है। शुक्रवार, शनिवार और रविवार को पूजा स्थल पर लोगों के प्रवेश की मनाही है। धार्मिक आयोजनों पर रोक जारी रहेगी।

हालांकि सरकार ने कोरोना प्रोटोकॉल के तहत नौवीं से बारहवीं कक्षा के स्कूलों और एक सितंबर से कॉलेजों को फिर से खोलने की अनुमति दी है। राज्य सरकार ने केरल से आने वाले लोगों के लिए यात्रा के 72 घंटे के भीतर की आरटी-पीसीआर की निगेटिव रिपोर्ट या टीके की दोनों खुराक का प्रमाण पत्र लाना अनिवार्य कर दिया है।

महाराष्ट्र

संक्रमण की रोकथाम के लिए बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) ने मुंबई हवाई अड्डे पर यूके, यूरोप, मध्य पूर्व, दक्षिण अफ्रीका, ब्राजील, बांग्लादेश, चीन, मॉरीशस, न्यूजीलैंड और जिम्बाब्वे से आने वाले यात्रियों के लिए आरटी-पीसीआर परीक्षण अनिवार्य कर दिया है।

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने त्योहार के दौरान लोगों से भीड़ इकट्ठा नहीं करने की अपील की है। मुंबई के नगर आयुक्त इकबाल सिंह चहल ने अधिकारियों को सभी स्वास्थ्य सुविधाओं जैसे ऑक्सीजन की आपूर्ति, दवाओं के स्टॉक  का जायजा लेने का निर्देश दिया है। तीसरी लहर की आशंका के मद्देनजर सुपर स्पेशियलिटी अस्पतालों और निजी चिकित्सा संस्थानों को अलर्ट मोड पर रहने को कहा गया है, ताकि अस्पताल में लोगों के भर्ती होने पर तैयारी पूरी रहे।

पश्चिम बंगाल

पिछले हफ्ते, पश्चिम बंगाल सरकार ने राज्य में कोरना प्रतिबंधों को 15 सितंबर तक बढ़ाने का एलान किया। हालांकि कोचिंग सेंटर को 50 प्रतिशत क्षमता के साथ शुरु करने की मंजूरी भी दी गई है।

राज्य ने पहले सार्वजनिक बसों, टैक्सियों, ऑटो रिक्शा को 50 प्रतिशत सवारी के साथ संचालन करने, निजी और सरकारी दोनों कार्यालयों को 50 प्रतिशत क्षमता पर काम करने की अनुमति दी है। सरकार की ओर से जारी एक आदेश में कहा गया है, “मास्क पहनना, शारीरिक दूरी और स्वास्थ्य और स्वच्छता प्रोटोकॉल का हर समय पालन किया जाना चाहिए।

असम

असम सरकार ने कहा कि स्नातकोत्तर, नर्सिंग और अन्य तकनीकी पाठ्यक्रमों के अंतिम वर्ष के छात्रों को शारीरिक रुप से कक्षाओं में भाग लेने की अनुमति तभी दी जाएगी, जब उन्होंने कोविड वैक्सीन की कम से कम एक खुराक ली हो।

इन छात्रों के लिए छात्रावास तब तक फिर से नहीं खोले जाएंगे जब तक कि उनका पूरी तरह से टीकाकरण नहीं हो जाता। राज्य भर में सभी व्यवसायों, रेस्तरां, रिसॉर्ट और शोरूम को रात 8 बजे तक काम करने की अनुमति होगी। इस बीच सिनेमा हॉल बंद रहेंगे।

Hindi News के लिए जुड़ें हमारे साथ हमारे
फेसबुक, ट्विटरयूट्यूब, इंस्टाग्राम, लिंक्डइन, टेलीग्रामकू और वॉट्सएपपर