नक्सलियों को हथियार सप्लाई करता था CRPF का जवान, एटीएस ने बरामद किया 450 राउंड जिंदा कारतूस
नक्सलियों को हथियार सप्लाई करता था CRPF का जवान, एटीएस ने बरामद किया 450 राउंड जिंदा कारतूस

नई दिल्ली/रांची। सीआरपीएफ जवान के तार नक्सलियों और माफिया को हथियार सप्लाई करने वाले वाले गैंग से जुड़े हैं। झारखंड राज्य की एटीएस (ATS) ने नक्सलियों को हथियार सप्लाई करने के आरोप में सीआरपीएफ जवान समेत तीन लोगों को अरेस्ट किया है। सीआरपीएफ का जवान पुलवामा में तैनात था।

450 राउंड कारतूस बरामद

एटीएस एसपी प्रशांत आनंद ने बताया कि पुलवामा में तैनात CRPF के एक जवान अविनाश कुमार ऊर्फ चुन्नू को अरेस्ट किया गया है। यह बिहार का रहने वाला है। इसके साथ दो अन्य लोगों पटना के ऋषि कुमार और मुजफ्फरपुर के पंकज कुमार को भी गिरफ्तार किया है। तीनों की निशानदेही पर 450 राउंड जिंदा कारतूस बरामद किए गए हैं। एटीएस ने बताया कि आरोपियों ने स्वीकार किया है कि AK-47 जैसे हथियार तक की सप्लाई करते थे।

182 बटालियन जगदलपुर में तैनात जवान

अरेस्ट जवान अविनाश कुमार सीआरपीएफ के 182वीं बटालियन में कांस्टेबल था। बताया जा रहा है कि वह पिछले 4 महीने से अपनी ड्यूटी से गायब था। करीब दस साल पहले, 24 अगस्त 2011 को मोकामा ग्रुप सेंटर से सीआरपीएफ में उसका सलेक्शन हुआ था। वह 112 बटालियन CRPF लातेहार और 204 बटालियन कोबरा जगदलपुर में भी रहा। 2017 से 182 बटालियन जगदलपुर में तैनात है।

कोयला और जमीन का कर रहा था कारोबार

इन ठेकेदारों ने बैंक खाते में रुपए जमा करवाकर कई बार कारतूस उपलब्ध कराए हैं। आरोपी पंकज कुमार सिंह धनबाद के भूली में रहकर कोयला और जमीन का कारोबार कर रहा था। संजय सिंह झारखंड और बिहार के अलावा असम और नागालैंड में हथियार और कारतूस कारोबारियों के संपर्क में था। उनके माध्यम से ऋषि के साथ अन्य व्यक्तियों को भी हथियार और कारतूस उपलब्ध कराता था।

ठेकेदारी की आड़ में कर रहा था तस्करी

एसपी प्रशांत ने बताया कि ऋषि कुमार हटिया रांची में ट्रांसपोर्टेशन और एयरपोर्ट रोड में भवन निर्माण का कार्य करता था। इसी दौरान वह ठेकेदार संजय सिंह और मुजाहिर के संपर्क में आया, जो सरायकेला और चाईबासा क्षेत्र में सड़क निर्माण का कार्य कर रहा था। इन ठेकेदारों को माओवादियों की कारतूस उपलब्ध कराने की जिम्मेदारी दी गई थी।

Hindi News के लिए जुड़ें हमारे साथ हमारे
फेसबुक, ट्विटरयूट्यूब, इंस्टाग्राम, लिंक्डइन, टेलीग्रामकू और वॉट्सएप, पर