तिरुवनंतपुरम। केरल में सोने की तस्करी मामले के आरोपियों का (nia) एनआईए ने दाऊद इब्राहिम से कनेक्शन की आशंका जताई है। स्पेशल कोर्ट के सामने केंद्रीय जांच एजेंसी ने कुछ दस्तावेज पेश किए हैं, जिससे इनका संबंध दाऊद से होने का शक पैदा होता है।

केरल के बहुचर्चित सोने की तस्करी मामले में आतंकी ऐंगल की जांच कर रही नैशनल इंटेलिजेंस एजेंसी (एनआईए) ने स्पेशल कोर्ट के सामने एनआईए ने कहा कि उसे संदेह है कि रैकेट का दाऊद इब्राहिम के साथ कोई कनेक्शन है। केंद्रीय जांच एजेंसी ने आरोपियों में से 8 की जमानत याचिका का विरोध करते हुए ये बातें कहीं।

एनआईए ने कहा कि मामले का 13वां आरोपी शराफुद्दीन पांचवे आरोपी केटी रमीज के साथ तंजानिया गया था। एनआईए ने कोर्ट के सामने आरोपी की एक तस्वीर पेश की, जिसमें वह कथित तौर पर तंजानिया में एक हथियार के साथ खड़ा है। बता दें कि तंजानिया में बंदूकों की खरीद-फरोख्त की जाती है। एनआईए ने बताया कि नवंबर 2019 में रमीज को 13 राइफल्स की तस्करी करते हुए कस्टम ने पकड़ा था।

दाऊद से कनेक्शन

दाऊद की डी कंपनी की तंजानिया, यूएई में मौजूदगी है और इसके मामलों को फिरोज नाम का एक दक्षिण भारतीय शख्स मैनेज करता है। एनआईए ने कहा कि हम रमीज के इस गैंग के साथ कनेक्शन की जांच कर रहे हैं। एजेंसी ने कोर्ट में कहा कि भारत में स्मगलिंग से पहले रमीज तंजानिया से यूएई में सोने की तस्करी मामले में संलिप्त था। तंजानिया में उसने एक हीरा कारोबारी का लाइसेंस पाने की कोशिश की थी।

जांच एजेंसी ने पेश किए दस्तावेज

जमानत याचिका का विरोध करते हुए एनआईए ने दावा किया कि आरोपी का संबंध इस्लामिक स्टेट और सिमी के साथ है। सीरिया में आईएस के सदस्यों की कतरन वाला एक अखबार और सिमी मामले में दोषी व्यक्तियों के बारे में डाउनलोड किया गया एक संदेश आरोपी के फोन से बरामद किया गया है। इसे ही एनआईए ने अपने संदेह का आधार बनाया है।