रायपुर। पूर्व विधायक देवजी भाई पटेल ने सरकार पर शराब दुकान खोलने पर जल्दबाजी करने और लॉक डाउन के समय शराब के कालाबाजारी करने के आरोप लगाते हुए कहा कि लॉकडाउन के दौरान छत्तीसगढ़ सरकार 75 प्रतिशत शराब की कालाबाजारी कर चुकी है।

पूछा-शराब दुकान खोलने की जल्दबाजी क्या थी?

 

देवजी ने सवाल उठाते हुए कहा कि 17 मई तक लाकडाउन है ,एक तरफ कांग्रेस सरकार अपने जन घोषणा पत्र में शराबबंदी जैसी घोषणा करके सत्ता में आई है, जब ऐसे संक्रमण काल का दौर चल रहा है जहां एक तरफ सभी धार्मिक संस्थानों में जाना पाबन्दी है तो शराब दुकान खोलने की जल्दबाजी क्या थी?

उन्होंने कहा कि हमको आशंका ही नहीं हमारे विश्वसनीय सूत्रों से पता चला है कि जो शराब दुकानें लॉक डाउन के दौरान बंद थी और उस दौरान बंद शराब दुकानों गोडाउन के अंदर मौजूद 75% मदिराओं को दाऊ जी की सरकार अपने करीबियों के माध्यम से बड़े-बड़े होटलों में तीगुने दामों में बेच चुकी है और प्रदेश के राजस्व को भारी नुकसान पहुंचाया है।

चुनौती-विधायकों की एक कमेटी बनाकर कराएं क्लोजिंग और ओपनिंग स्टाक का मिलान

 

पूर्व विधायक ने चुनौती दी है कि अगर भूपेश बघेल जी की सरकार और आबकारी मंत्री जी इतना जिम्मेदार और पाक साफ बनते है तो कांग्रेस , भाजपा और जनता कांग्रेस, बहुजन समाज पार्टी के विधायकों का एक कमेटी बनाकर क्लोजिंग और ओपनिंग स्टाक का मिलान करवाए, दूध का दूध पानी का पानी हो जाएगा।

देवजी ने शराब बिक्री पर सरकार को घेरते हुए कहा कि कम से कम अब नैतिकता प्रदेश वासियों को दिखाईए। अन्यथा इतनी जल्दबाजी में शराब दुकान खोलना यही माना जाएगा कि अवैध रूप से शराब बेची गई है और पैसों का ऊपर से लेकर नीचे तक बंदर बांट हुई है अब दुकानों का रजिस्टर मेंटेन के लिए शराब दुकानें खोली जा रही हैं।

Chhattisgarh से जुड़ी Hindi News के अपडेट लगातार हासिल करने के लिए हमें 

Facebook पर Like करें, Twitter पर Follow करें  और Youtube  पर हमें subscribe करें।