टीआरपी डेस्क। दिपावली के पर्व का प्रारंभ धनतेरस से होता है। इस दिन शास्त्रों के अनुसार शुभ धातुओं की खरीदारी करने से घर-परिवार में बरकत आती है और मानव जीवन में सुख-समृद्धि का संचार होता है। धनतेरस के अवसर पर धन की देवी महालक्ष्मी, धन के देव कुबेर और आरोग्य के देवता धन्वंतरी की पूजा का खास विधान है। मान्यता है कि धनतेरस के अवसर पर देवी लक्ष्मी, कुबेर देव और देवता धन्वंतरी की पूजा से सुख,समृद्धि और आरोग्य का आशीर्वाद मिलता है। इस दिन विभिन्न शुभ मुहूर्तों में की गई पूजा विशेष फलदायी होती है।

इन शुभ मुहूर्त में करें धनतेरस की पूजा
तिथि – 25 अक्टूबर 2019, शुक्रवार
पूजन मुर्हूत- शाम 7 बजकर 8 मिनट से 8 बजकर 13 मिनट तक
प्रदोष काल- 5 शाम बजकर 38 मिनट से 8 बजकर 13 मिनट तक
वृषभ काल-शाम 6 बजकर 50 मिनट से 8 बजकर 45 मिनट तक
योदशी तिथि का प्रारंभ- 25 अक्टूबर 2019 को 19 बजकर 8 मिनट से
त्रयोदशी तिथि समाप्त- 26 अक्टूबर 2019 को दोपहर 3 बजकर 46 मिनट तक

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