खतरा अभी टला नहीं: ब्रिटेन में 80% वैक्सीनेशन के बाद भी डेल्टा वैरियंट की तीसरी लहर ले रही लोगों की जान
खतरा अभी टला नहीं: ब्रिटेन में 80% वैक्सीनेशन के बाद भी डेल्टा वैरियंट की तीसरी लहर ले रही लोगों की जान

लंदन। दुनियाभर में सबसे पहले कोविड वैक्सीनेशन शुरू करने वाले ब्रिटेन में कोरोना की तीसरी लहर ने तबाही मचाई हुई है। ब्रिटेन के वैक्सीनेशन प्रोग्राम से जुड़े एक शीर्ष विशेषज्ञ ने दावा किया है कि कोविड-19 के अत्यधिक संक्रामक डेल्टा वैरियंट के काऱण ब्रिटेन कोरोना वायरस की तीसरी लहर से जूझ रहा है। पिछले 24 घंटे में ब्रिटेन में 10000 से ज्यादा कोरोना वायरस के नए मामले मिले हैं। जिसके बाद भारत में कोरोना की तीसरी लहर की आशंका से लोग परेशान है।

बता दें कि ब्रिटेन में 80.6 फीसदी वयस्क आबादी को कोरोना वैक्सीन लगाई जा चुकी है। टीकाकरण एवं प्रतिरक्षण पर संयुक्त समिति (जेसीवीआई)को सलाह देने वाले प्रोफेसर एडम फिन ने कहा कि देश में अब टीकों और कोविड-19 के डेल्टा वैरियंट के बीच कड़ी प्रतिस्पर्धा चल रही है।

प्रोफेसर फिन ने कहा कि यह फैलता जा रहा है, शायद हम कुछ आशावादी हो सकते हैं कि यह तेजी से नहीं फैल रहा है, लेकिन फिर भी यह फैल रहा है। इस तरह, निश्चित तौर पर तीसरी लहर जारी है। उन्होंने कहा कि जितनी जल्द हम बुजुर्ग लोगों को दूसरी खुराक दे देंगे, इस बार हम अस्पताल में उतनी कम संख्या में लोगों को भर्ती होते देखेंगे।

पब्लिक हेल्थ इंग्लैंड के नवीनतम आंकड़ों के मुताबिक टीके की एक खुराक किसी व्यक्ति के कोरोना वायरस से संक्रमित होने और अस्पताल में इलाज कराने की की संभावना,यहां तक कि डेल्टा स्वरूप से संक्रमित होने की स्थिति में भी, 75 प्रतिशत घटा देती है। साथ ही टीके की दोनों खुराक ले चुके लोगों के कोरोना वायरस से संक्रमित होने और अस्पताल में भर्ती होने की संभावना 90 प्रतिशत से अधिक घट जाती है।

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