बड़ी खबर- नवोदय विद्यालय में कोरोना ब्लास्ट 13 बच्चे मिले संक्रमित, स्कूल बना कटेंनमेंट जोन

टीआरपी डेस्क। अमेरिका से दिल्ली होकर रायपुर लौटे एक युवक की रिपोर्ट गुरुवार को कोरोना पॉजिटिव आई है। वहीं दुबई से लौटने वाली युवती में भी कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है। एयरपोर्ट पर ही जांच में संक्रमण निकलने पर उन्हें होम आइसोलेशन में भेज दिया गया है।

नियमानुसार गाइडलाइन के मुताबिक अब दोनों का सैंपल एडवांस जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजा जाएगा, ताकि ये पता लगाया जा सके कि युवक ओमिक्रॉन पॉजिटिव है या नहीं।

इस बीच ओमिक्रॉन वैरिएंट मिलने के बाद से अब तक रायपुर में विदेश से लौटकर आए 159 से ज्यादा लोग अब भी गायब हैं। बता दें कि पूरे प्रदेश में विदेश से अब तक 2,453 से अधिक यात्री लौटे हैं। इनमें रायपुर के 159 और वहीं राजधानी को मिलाकर 268 का पता नहीं चल रहा है।

स्वास्थ्य विभाग, पुलिस प्रशासन और नगर निगम की टीम उनकी तलाश नहीं कर पाई है। ऐसे लोगों में सबसे ज्यादा संख्या रायपुर में लौटने वालों की है। गुरुवार को मिले दस केस में एक ही परिवार के तीन लोग संक्रमित पाए गए हैं। शहर में कोरोना के एक्टिव मरीजों की संख्या एक बार फिर 50 पर पहुंच गई है। रायपुर में बीते एक हफ्ते में सक्रिय मरीज घटकर 33 पर आ गए थे।

तीन दिन में 29 केस तीन बच्चे भी पॉजिटिव

शहर में तीन दिन में 29 केस मिल चुके हैं, अर्थात हर दिन 10 के औसत से केस मिले हैं। 29 मरीजों में चार परिवारों के 16 से अधिक पॉजिटिव मिले हैं। इनमें तीन बच्चे भी हैं, जिनकी उम्र 10 से 16 साल के बीच है। रायपुर में पिछले तीन दिन में 66 सौ से अधिक टेस्ट किए गए हैं। टेस्ट के अनुपात में संक्रमण की दर 1.15 प्रतिशत दर्ज की गई है।

जो कि प्रदेश के औसत 0.12 प्रतिशत से अधिक है। जिन इलाकों में संक्रमण के मामले देखे जा रहे हैं उनमें शंकरनगर, चौबे कॉलोनी, समता कॉलोनी, तेलीबांधा, टाटीबंध, अवंति विहार, कृष्णा नगर, कोटा, डूमरतराई, वीआईपी रोड, सिविल लाइंस, फाफाडीह, देवेंद्र नगर जैसे इलाके शामिल हैं।

कोविड वेस्ट गड़ाया जमीन में

कोरोना के पीक समय में लाखों की तादाद में निकली पीपीई किट और कोविड वेस्ट को बायो मेडिकल वेस्ट का निदान करने वाली प्राइवेट एजेंसी ने जमीन में ही गड़ा दिया है। गुरुवार को कलेक्टर रायपुर के निर्देश पर सीएमएचओ रायपुर, इंडियन मेडिकल एसोसिएशन, पर्यावरण और राजस्व विभाग से जुड़ी टीम ने सिलतरा प्लांट का निरीक्षण किया। रायपुर समेत आसपास के बड़े शहरों के बायो मेडिकल वेस्ट को इसी प्लांट में डिस्पोज किया जा रहा है।

इस बारे में सीएमएचओ डॉ. मीरा बघेल का कहना है कि बायो मेडिकल वेस्ट निकल रहा है, उस क्षमता के हिसाब से आटो क्लेव मशीन का आकार छोटा मिला है। प्लांट में चूंकि दूसरे शहरों से भी बायो मेडिकल वेस्ट आ रहा है, इस लिहाज से यहां बड़ी आटो क्लेव मशीन लगाना बेहद जरूरी है।

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