राजस्थान से आए आईएएस अधिकारियों ने देखी वर्मी कम्पोस्ट व सुपर कम्पोस्ट उत्पादन की प्रक्रिया

धमतरी। छत्तीसगढ़ शासन की महत्वाकांक्षी गोधन न्याय योजना का अध्ययन भ्रमण के लिए राजस्थान से 14 भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारियों का दल जिले के एकदिवसीय प्रवास पर गौठान ग्राम भटगांव के गोकुलधाम गौठान में पहुंचा, जहां पर गौठान समिति से गोबर खरीदी एवं महिला समूह से वर्मी कम्पोस्ट और सुपर कम्पोस्ट के उत्पादन की प्रक्रिया, छनाई एवं पैकिंग, राशि का हस्तांतरण, शुद्ध लाभ तथा वहां पर आने पशुओं के व्यवस्थापन के संबंध में विस्तारपूर्वक जानकारी ली।

इस प्रवास के दौरान टीम ने सप्तर्षि हर्बल वाटिका में जय मां भवानी स्वसहायता समूह द्वारा की जा रही लेमनग्रास की खेती, तेल आसवन एवं समूह द्वारा 10 एकड़ बंजर भूमि का उपयोग करते हुए उस पर लेमनग्रास, एलोवेरा सहित गैंदा जैसे सुगंधित फूलों की खेती का अध्ययन किया।

समूह की महिलाओं ने अधिकारियों के दल को बंजर भूमि को उपयोगी बनाने से लेकर भूमि समतलीकरण, क्यारी निर्माण, पौधरोपण, उनकी सिंचाई, पौधों की वृद्धि के लिए गोबर व अन्य जैविक खाद का उपयोग सहित उत्पादों का बाजार में विक्रय से संबंधित पूरी प्रक्रिया के बारे में जानकारी दी।

महिला समूह चला रही है ‘दीदी की रसोई‘

शारदा स्वसहायता समूह से संचालित ‘दीदी की रसोई‘ में बनाये जाने वाले छत्तीसगढ़ी व्यंजनों के बारे जानकर महिलाओं की आजीविका तथा उनके आय संवर्धन के लिए किए जा रहे नवाचारों के बारे में दल ने विस्तारपूर्वक जाना।

इसके बाद अध्ययन भ्रमण दल के अधिकारियों ने धमतरी विकासखण्ड के गौठान ग्राम कसावाही में गोबरधन परियोजना से 10 घनमीटर के गोबर गैस संयंत्र तथा उससे उत्पादित गैस के ईंधन में उपयोग करने वाले 5 परिवार के महिलाओं से चर्चा की।

भ्रमण दल में जिला पंचायत की सीईओ प्रियंका महोबिया, उप संचालक कृषि जीएस कौशल, उप संचालक पशुपालन डॉ. एमएस बघेल, सहायक संचालक उद्यान डीएस कुशवाह, जिला पंचायत के एपीओ धरम सिंह के अलावा मैदानी अधिकारी-कर्मचारी मौजूद थे।

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