न​ई दिल्ली। सोमवार को राज्यसभा में कृषि संबंधित दो विधेयक (Agriculture Bill) पास हो गए। आज ही सरकार ने रबी की 6 फसलों के लिए नई एमएसपी (MSP) की दरें जारी कर दी हैं। इसके बाद किसानों का गुस्सा शांत हो सकता है।

सरकार ने गेहूं, चना, जौ, सरसों, मसूर और रेपसीड पर एमएसपी बढ़ाई है। गेहूं पर प्रति क्विंटल 50 रुपए की वृद्धि की गई है वहीं चने के समर्थन मूल्य में 225 रुपए प्रति क्विंटल की वृद्धि की गई है।

पीएम मोदी ने दिया था आश्वासन

MSP के बारे में किसानों को आश्वस्त करते हुए पीएम ने कहा था, ‘मैं पहले भी कहा चुका हूं और एक बार फिर कहता हूं, MSP की व्यवस्था जारी रहेगी। सरकारी खरीद जारी रहेगी। हम यहां अपने किसानों की सेवा के लिए हैं। हम अन्नदाताओं की सहायता के लिए हरसंभव प्रयास करेंगे और उनकी आने वाली पीढ़ियों के लिए बेहतर जीवन सुनिश्चित करेंगे।

कृषि मंत्री ने कहा, ‘किसानों के हित में मोदी सरकार का एक और निर्णय लिया गया है। न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीद जारी रहेगी और बढ़ी हुई दरों से किसानों को 106 प्रतिशत तक का लाभ होगा।

तोमर ने कहा, ‘चना का समर्थन मूल्य 5100 रुपए प्रति क्विंटल घोषित किया गया है। चना के समर्थन मूल्य में 225 रुपए प्रति क्विंटल की वृद्धि। इसके अलावा जौ का समर्थन मूल्य 1600 रुपए प्रति क्विंटल घोषित हुआ है और 75 रुपए प्रति क्विंटल की वृद्धि की गई है। मसूर का समर्थन मूल्य 5100 रुपए प्रति क्विंटल घोषित। सरसों एवं रेपसीड का समर्थन मूल्य 4650 रूपए प्रति क्विंटल घोषित हुआ है।

कृषि मंत्री ने कहा, ‘वर्ष 2013-2014 में गेहूं की MSP 1400 रूपए थी, जो 2020-2021 में बढ़कर 1975 रूपए हो गई। यानि एमएसपी में 41 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई। 2013-2014 में धान की MSP 1310 रूपए थी, जो 2020-2021 में बढ़कर 1868 रूपए हो गई। 2013-2014 में मसूर की MSP 2950 रूपए थी, जो 2020-21 में बढ़कर 5100 रूपए हो गई। 2013-2014 में उड़द की MSP 4300 रूपए थी, जो 2020-21 में बढ़कर 6000 रुपए हो गई।

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