जानें आखिर कब अमेरिका की तरह भारत में भी लोग बगैर मास्क ले सकेंगे सांस...

टीआरपी डेस्क। अमेरिका में अब मास्क पहनना अनिवार्य नहीं है। जो लोग वैक्सीन की दोनो डोज लगवा चुके हैं। वे बगैर मास्क के घूम सकते हैं। ऐसे में भारत में लोगों के मन में एक ही सवाल है कि उन्हें कब इस मास्क से आजादी मिलेगी? आखिर भारत में वह दिन कब आएगा जब लोग बगैर मास्क के सांस ले सकेंगे?

बता दें कि अमेरिका में 25 करोड़ से ज्यादा कोरोना वैक्सीन की डोज लग चुकी है, तो वहीं भारत में अब तक 18 करोड़ लोगों को ही वैक्सीन लगी है। हमारे देश में कोरोना के मामलों में राहत देखने के लिए कम से कम 50 करोड़ से ज्यादा की आबादी को वैक्सीन लग जाए, तब कहीं जाकर कहीं सुरक्षा का घेरा बनेगा। ऐसा अनुमान है कि जुलाई से मौजूदा वैक्सीन कंपनियां अपना प्रोडक्शन बढ़ाएंगी, ऐसे में जुलाई से ही रोजाना 90 लाख से लेकर एक करोड़ लोगों को वैक्सीन लगाई जा सकेगी।

वहीं, बात अगर मास्क की करें, तो माना जा रहा है कि इस साल के अंत तक मास्क से छुटकारा मिल जाए। ऐसा इसलिए कहा जा रहा है क्योंकि दिसंबर तक भारत के पास 2 बिलियन वैक्सीन होंगी। वहीं, अगर जुलाई से 90 लाख से लेकर एक करोड़ लोगों का टीकाकरण किया जाता है, तो फिर दिसंबर तक लगभग 100 करोड़ से ज्यादा लोगों को वैक्सीन लग सकती है। ऐसे में ज्यादा लोगों को वैक्सीन लग चुकी होगी, तो संक्रमण फैलने के चांस कम हो जाएंगे। मगर इसके लिए वैक्सीनेशन की प्रक्रिया को रफ्तार देनी होगी।

100 करोड़ की आबादी को लाना होगा सुरक्षा के घेरे में

वर्तमान में हम मास्क उतारने की नहीं सोच सकते। देश में इसके लिए हमें रोजाना 60-70 लाख लोगों को वैक्सीन लगानी होगी, जिसके चलते एक महीने में 15 करोड़ लोग ऐसे होंगे जो वैक्सीन लगवा चुके होंगे और दिसंबर तक ये आंकड़ा 100 करोड़ के आसपास होगा। तब जाकर शायद हम अमेरिका की तरह ही मास्क उतारने के बारे में सोच सकें।

नोटः मास्क अब भी है जरूरी

कोरोना वायरस की शुरुआत से ही डॉक्टर्स, वैज्ञानिक और सरकारें इस बात पर जोर दे रही हैं कि कोरोना वायरस से बचना है, तो घर से बाहर जाते समय, भीड़भाड़ वाली जगह पर, किसी से मिलते समय आदि वक्त में मास्क पहनना जरूरी है। दूसरी लहर में डबल मास्क पहनने के लिए कहा जा रहा है, ताकि हम इस वायरस से बचें रह सकें।

Hindi News के लिए जुड़ें हमारे साथ हमारे फेसबुक, ट्विटरटेलीग्राम और वॉट्सएप पर…