सड़कों पर लगा जाम और बाजारों में जुट गई भीड़

रायपुर। राजधानी रायपुर में जैसे ही कलेक्टर ने लॉक डाउन की घोषणा की, शहर की सड़कों पर लोगों का हुजूम उतर आया, लोग दौड़ पड़े सब्जी बाजार और किराना दुकानों की ओर। इस वजह से सड़कों पर जगह जगह जाम का नजारा देखने को मिला।

प्रदेश भर में कोरोना पीड़ितों की लगातार बढ़ रही संख्या के बीच राजधानी में सबसे ज्यादा कोरोना मरीज निकल रहे हैं। इससे सभी को यह लगने लगा था कि दुर्ग, राजनांदगाव और बेमेतरा के बाद अब रायपुर की बारी है। इसी आशंका के बीच रायपुर कलेक्टर एस भारतीदासन ने बुधवार को दोपहर बाद रायपुर जिले में 9 अप्रैल को शाम 6 बजे से टोटल लॉक डाउन लगाने की घोषणा कर दी। सोशल मिडिया के इस दौर में यह खबर मिनटों में ही आग की तरह फ़ैल गई।

खबर सुनकर बाजार की ओर दौड़ पड़े लोग


रायपुर में टोटल लॉकडाउन की घोषणा के बाद बाजारों में लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी। लोग अपनी जरूरत का सामान खरीदने के लिए निकल पड़े। चूँकि इस बार केवल मेडिकल और पेट्रोल पम्पों को ही खोलने की अमुमति दी गई है, इस वजह से सब्जी, दूध और किराना की दुकान पर लंबी लाइनें देखी गई। सैकड़ों की संख्या में नागरिक आवश्यक वस्तुओं जैसे परचून की दुकानों और मेडिकल स्टोर पर जुट गए। शहर में कार से लेकर मोटरसाइकिल तक की कतार लग गई है। बता दें कि रायपुर में पूर्ण लॉकडाउन का ऐलान कर दिया गया है। यह लॉकडाउन 9 अप्रैल से 19 अप्रैल तक यानी कुल 10 दिनों तक लागू रहेगा।

हड़बड़ी के फेर में सोशल डिस्टेंसिंग को किया दरकिनार टोटल लॉकडाउन की घोषणा के बाद से लोगों के बीच जल्द से जल्द जरुरी सामान खरीदकर घर लौटने की होड़ सी मच गई। चूँकि शाम 6 बजे से नाईट कर्फ्यू लागू है, इसलिए दुकानों को भी बंद करने का समय हो रहा था। ऐसे में लोगों ने सामान खरीदने की होड़ में सोशल डिस्टेंसिंग का जरा सा भी ख्याल नहीं रखा, चाहे सब्जी की दुकान हो या किराने की, सभी जगह ग्राहकों की भीड़ नजर आयी, हालाँकि अधिकांश लोगों ने मास्क पहन रखा था, मगर कोई भी शख्स सामाजिक दूरी का पालन करता नजर नहीं आया।

सड़कों पर जाम से लोग हुए परेशान


शहर के मुख्य बाजारों में इस मौके पर काफी भीड़ रही। लोग दुपहिया और चौपहिया वाहनों में जिन सड़कों से बाजार पहुंचे, वहां गाड़ियों की कतार लग गई, इस दौरान लोगों के वाहन आपस में उलझ गए, और यातायात को दुरुस्त करने में ट्रैफिक के जवानों को काफी मशक्कत करनी पड़ी। खासकर शास्त्री बाजार, गोल बाजार, जयस्तंभ चौक, पंडरी बाजार और अन्य बाजार वाले इलाकों मेँ काफी भीड़ रही।

प्रशासनिक अमला रहा नदारद

पूर्व में भी लॉक डाउन की घोषणा के बाद शहर में इसी तरह लोगो का हुजूम निकल पड़ा था। इस बार भी ऐसी ही आशंका थी, बावजूद इसके सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराने के लिए प्रशासन का कोई भी अमला सक्रिय नजर नहीं आया। अक्सर दिन के वक्त अधिकारी- कर्मचारी खासकर बाजारों में लोगों को सामाजिक दूरी बनाये रखने की ताकीद करते और मास्क नहीं पहनने वालों से जुर्माने की वसूली करते नजर आते हैं, मगर इस वक्त जब सड़क पर सर्वाधिक भीड़ थी, तब ऐसा कोई भी अमला यहाँ दिखाई नहीं दिया।

Hindi News के लिए जुड़ें हमारे साथ हमारे फेसबुक, ट्विटरटेलीग्राम और वॉट्सएप पर…

Trusted by https://ethereumcode.net