खपत नहीं होने से नाले में बहाया जा रहा है दूध, नागरिकों ने जताया आक्रोश, देखें वीडियो

टीआरपी डेस्क। बालोद जिला मुख्यालय में संचालित दूध गंगा प्रबंधन की कोरोना काल एवं लॉकडाउन के पीरियड में मनमानी सामने आई हैं। सहकारिता विभाग के अंतर्गत संचालित दूध गंगा प्रबंधन द्वारा हज़ारों लीटर दूध को नदी नाले में व्यर्थ बहाया जा रहा है, जिसका वीडियो सोशल मीडिया में वायरल होने से लोगो में आक्रोश देखा जा रहा है।

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4 दिनों से व्यर्थ बहाया जा रहा है दूध

लॉकडाउन के बाद से बालोद में बीते चार दिनों में संचालक द्वारा 4500 लीटर दूध व्यर्थ बहाया जा चुका है। जिले में लॉकडाउन की स्थिति निर्मित हैं लेकिन दूध के व्यवसाय को आंशिक छूट दी गई है। बावजूद इसके दूध गंगा प्रबंधन के अध्यक्ष कमलेश गौतम का कहना है कि रोजाना करीब 15 सौ लीटर दूध किसानों से लिया जा रहा है, मगर हर रोज बमुश्किल दो सौ लीटर दूध ही बिक पा रहा है, इसी के चलते बचे हुए दूध से फैट निकाल कर नदी नाले में बहाया जा रहा हैं। बाद में इस फैट से घी तैयार किया जायेगा।

लोगों की आलोचना का शिकार हुआ डेयरी प्रबंधन

दूध को व्यर्थ बहाने का वीडियो जब सोशल मीडिया में वायरल हुआ तो बालोद के लोगों ने इसका जमकर विरोध किया, लोगों का कहना है कि दूध से जब फैट निकाल कर उसे बहाया जा रहा है तो प्रबंधन को नुकसान कैसे होगा…? दूध को व्यर्थ बहाने की बजाए कोरोना जैसी गंभीर महामारी से जूझ रहे संक्रमित मरीजों एवं गरीब तबके के लोगो को दूध वितरण कर देना चाहिए।

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