Breaking: लॉकडाउन से फायदा कम नुकसान ज्यादा, अब सुबह 6 बजे से शाम 6 बजे तक ही खुलेंगी दुकानें, सार्वजनिक स्थानों पर घूमने वालों का ऑन द स्पॉट होगा कोरोना टेस्ट और वैक्सीनेशन
अब सुबह 6 बजे से शाम 6 बजे तक ही खुलेंगी दुकानें, सार्वजनिक स्थानों पर घूमने वालों का ऑन द स्पॉट होगा कोरोना टेस्ट और वैक्सीनेशन

टीआरपी डेस्क। कोरोना संक्रमण के फैलाव को कम करने राज्य सरकार और जिला प्रशासन ने बड़ा फैसला लिया है। अब रायपुर में सुबह 6 बजे से शाम 6 बजे तक ही दुकानें खुलेंगी। नाईट कर्फ्यू और भी ज्यादा सख्ती होगा। सार्वजनिक स्थानों पर घूमने वालों का मौके पर ही कोरोना टेस्ट और वैक्सीनेशन होगा।

राजधानी रायपुर में फिलहाल लॉकडाउन नहीं लगेगा। राजधानी में कोरोना की बेकाबू हालत को लेकर बुलायी हाईलेवल मीटिंग खत्म हो गयी है। बैठक में राजधानी सहित प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में कोरोना की स्थिति को लेकर आज समीक्षा की गयी। स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव और प्रभारी मंत्री रविंद्र चौबे की मौजूदगी में स्वास्थ्य विभाग के अफसरों की बैठक में कोरोना के अलग-अलग बिंदुओं पर चर्चा की गयी।

लॉकडाउन से फायदा कम नुकसान ज्यादा

बैठक के बाद स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने मीडिया में बातचीत में इस बात के संकेत दिये है कि रायपुर में आनन-फानन में लॉकडाउन नहीं लगेगा। हालांकि उन्होंने कहा कि परिस्थिति के अनुरूप लॉकडाउन पर फैसला कलेक्टर लेंगे। स्वास्थ्य मंत्री सिंहदेव ने रायपुर में कोरोना के हालात को चिंताजनक बताया है। लॉकडाउन पर स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि लॉकडाउन से फायदा कम नुकसान ज्यादा है। लॉकडाउन कोरोना खत्म करने का विकल्प नहीं है। पूर्व के अनुभवों के आधार पर ये कहा जा सकता है कि लॉकडाउन से मरीजों की संख्या में कमी आ सकती है, लेकिन उसका दुष्प्रभाव काफी ज्यादा होता है। पिछली बार 50 दिनों से ज्यादा लॉकडाउन लगा था, विशेषज्ञ भी मानते हैं लॉकडाउन से कोरोना खत्म नहीं हो सकता।

कोरोना का नया स्ट्रेन खतरनाक फिलहाल ऐसी कोई जानकारी नहीं आई

कोरोना के नये स्ट्रेन पर पत्रकारों को जानकारी देते हुए सिंहदेव ने कहा है कि नये स्ट्रेन मिले हैं, लेकिन ऐसी कोई जानकारी नहीं आयी है जिसमें ये कहा जा सके कि कोरोना का नया स्ट्रेन ज्यादा खतरनाक है। कोरोना का नया स्ट्रेन भी पूर्व की भांति ही है, उसमें कुछ म्युटेशन जरूर हुआ है, जो वायरस में संभावित है।

स्वास्थ्य मंत्री सिंहदेव ने कहा कि प्रदेश के बड़े-बड़े अस्पतालों में बेड की उपलब्धता बेहद कम है। आईसीयू में भी जगह नहीं के बराबर है। बेड को बढ़ाने की तयारी विभाग कर रहा है। वहीं टेस्टिंग किट की उपलब्धता को लेकर स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि किट की कमी है, क्योंकि उसकी उपलब्धता प्रर्याप्त नहीं हो पा रही है। कुछ पेमेंट का इश्यू है उसे दूर करने की जरूरत है। जल्द ही ये उपलब्धता हो जायेगी।

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