महिला SDM पर मानसिक प्रताड़ना करने का आरोप, अधिकारी एवं कर्मचारियों ने खोला मोर्चा

टीआरपी डेस्क। हमेशा ही विवादों में घिरी रहने वाली SDM ज्योति बबली एक बार फिर गंभीर आरोपों  से गिऱ गई हैं। इस बार उनपर पैसों की उगाही, दुर्व्यवहार जैसे गंभीर आरोप किसी और ने नहीं, बल्कि SDM के खिलाफ मोर्चा खोलने वाले उनके ही अधिकारी व कर्मचारियों ने लगाये हैं।

इसकी शिकायत जशपुर कलेक्टर महादेव कांवरे के पास की गई है। कलेक्टर को संबोधित तीन पेज के शिकायती पत्र में SDM पर ना सिर्फ बेहद ही संगीन आरोप लगाये गये हैं। इस शिकायत में कहा गया है कि उक्त अधिकारी ने कलेक्टर को गिफ्ट देने के नाम पर होली में वसूली का फरमान जारी किया था। वसूली की राशि 2 लाख रूपए पूरे न होने पर मीटिंग से तहसीलदार को बाहर कर दिया था।

पटवारियों का आरोप है कि उक्त अधिकारी अपने घर का राशन और ड्राइफ्रूट समेत अन्य खरीदी कर उसका बिल पटवारियों को भेज देती है और भुगतान न करने वाले पटवारी के खिलाफ कार्रवाई की धमकी देती है। आपको बता दें कि दो दिन पहले एक और शासकीय अधिकारी पर गंभीर आरोप लग चुके हैं।

अधिकारियों ने अपने शिकायत में लिखा है….

1. SDM बगीचा द्वारा पटवारी एवं राजस्व निरीक्षकों से सात – सात हजार रु जमा कराने हेतु तहसीलदार बगीचा टीडी मरकाम महोदय को निर्देशित किया गया था जिसकी जानकारी तहसीलदार द्वारा पटवारी मीटिंग में दी गई एवं प्रत्येक पटवारी एवं राजस्व निरीक्षकों से सात – सात हजार रु . जमा करने हेतु कहा गया। इसके अतिरिक्त प्रत्येक पटवारी एवं राजस्व निरीक्षकों से प्रत्येक माह सात – सात हजार रु . SDM बगीचा के लिये जमा करने के लिये कहा गया जिसका विरोध हम सभी ने किया अन्त में प्रत्येक पटवारी द्वारा एक – एक हजार रु चंदा कर दिया गया।

2. पटवारी एवं राजस्व निरीक्षकों से दो लाख रु वसूली नहीं कर पाने पर पटवारी एवं राजस्व निरीक्षकों की मीटिंग में नायब तहसीलदार बगीचा रोशनी तिर्की एव नायब तहसीलदार अविनाश चौहान तथा पटवारियों एवं राजस्व निरिक्षकों की उपस्थिति में तहसीलदार बगीचा टीडी मरकाम महोदय द्वारा SDM बगीचा को कहा गया कि- ” आपने मुझे पटवारियों एवं राजस्व निरीक्षकों से दो लाख रु वसूली करने के लिये कहा था जिसे मैं वसूली नहीं कर सका। जिस पर तहसीलदार बगीचा टीडी मरकाम महोदय को SDM बगीचा द्वारा मीटिंग से बाहर निकाल दिया गया।

3 SDM बगीचा द्वारा अपने घरेलू एवं निजी उपयोग की सामग्री जैसे राशन सामग्री , सब्जी , फल, जूस, दही, ड्रायफूड्स, देशी मुर्गा , मटन , कबूतर , बर्तन इत्यादि पटवारियों एवं राजस्व निरीक्षकों एवं लिपिकों से मंगाया जा रहा है एवं स्वयं के द्वारा किये गये खरीददारी का बिल पटवारियों एवं अन्य कर्मचारियों से भुगतान कराया जा रहा है। जिसके लिये SDM बगीचा द्वारा नायब तहसीलदारों एवं तहसीलदार को फोन कर आर्डर दिया जाता है। तहसीलदार एव नायब तहसीलदारों द्वारा समग्री भिजवाने से मना किये जाने पर उन्हे भी कार्यवाही की धमकी दी जाती है।

4. SDM बगीचा द्वारा प्रोटोकाल ड्यूटी के नाम पर पटवारियों एवं राजस्व निरीक्षकों को अनावश्यक आर्थिक एवं मानसिक रुप से प्रताड़ित किया जाता है । प्रोटोकाल के नाम पर अनावश्यक सामग्री की खरीददारी कराई जाती है एवं खरीदे गये सामग्री को स्वयं के घर पहुँचाने हेतु कहा जाता है , मना करने पर दबाव डालकर मंगाया जाता है।

5. SDM बगीचा द्वारा हाल ही में दिनांक 17/02/2021 को पटवारियों को पाट क्षेत्र में स्थानांतरण करने के नाम पर ब्लैकमेलिंग कर पच्चीस से तीस हजार रु 0 तक अवैध वसूली किया गया है , मजबूर होकर कुछ पटवारी साथियों द्वारा रु दिया गया है किन्तु जो पटवारी साथी रु नहीं दे सके उन्हें दुरस्थ एवं पाट क्षेत्र में स्थानान्तरण किया गया है।

6. SDM बगीचा द्वारा पटवारियों एवं राजस्व निरीक्षकों की साप्ताहिक मिटींग में पटवारियों को अपमानित किया जाता है एवं अभद्र भाषा का प्रयोग किया जाता है जैसे- “ दो थप्पड़ लगाउंगी तो भी मेरा कुछ नहीं कर सकते हो तुम लोग ” , ” किसी को मुझसे कोई भी प्रश्न पूछने का अधिकार नहीं है और इस लायक भी नहीं हो तुम लोग इसके अतिरिक्त मिटींग हॉल से पटवारियों को बाहर निकल जाओ बोला जाता है , किसी को अपनी बात तक रखने का अवसर नहीं दिया जाता है उल्टा डांट फटकार कर चुप करा दिया जाता है।

5. SDM बगीचा द्वारा हाल ही में दिनांक 17/02/2021 को पटवारियों को पाट क्षेत्र में स्थानांतरण करने के नाम पर ब्लैकमेलिंग कर पच्चीस से तीस हजार रु 0 तक अवैध वसूली किया गया है , मजबूर होकर कुछ पटवारी साथियों द्वारा रु  दिया गया है किन्तु जो पटवारी साथी रु नहीं दे सके उन्हें दुरस्थ एवं पाट क्षेत्र में स्थानान्तरण किया गया है।

6. SDM बगीचा द्वारा पटवारियों एवं राजस्व निरीक्षकों की साप्ताहिक मिटींग में पटवारियों को अपमानित किया जाता है एवं अभद्र भाषा का प्रयोग किया जाता है जैसे- “ दो थप्पड़ लगाउंगी तो भी मेरा कुछ नहीं कर सकते हो तुम लोग ” , ” किसी को मुझसे कोई भी प्रश्न पूछने का अधिकार नहीं है और इस लायक भी नहीं हो तुम लोग इसके अतिरिक्त मिटींग हॉल से पटवारियों को बाहर निकल जाओ बोला जाता है , किसी को अपनी बात तक रखने का अवसर नहीं दिया जाता है उल्टा डांट फटकार कर चुप करा दिया जाता है।

7. SDM बगीचा द्वारा बिना शासन की अनुमति के हमर अंचरा ‘ कार्यक्रम चलाया जा रहा है जिसमें सभी विभाग के कर्मचारियों को अपना डर दिखाकर 1000 रु  से 5000 रु 0 तक जमा कराया जा रहा है एव हम राजस्व विभाग के कर्मचारियों को हमर अंचरा कार्यक्रम के कार्यों को करने हेतु आदेशित किया जाता है जिससे हमारा विभागीय कार्य प्रभावित होता है।

8. SDM बगीचा द्वारा हमर अंचरा कार्यक्रम के लिये निर्मित बैंक अकाउंट में कर्मचारियों व्यापारियों एवं प्रतिष्टित व्यक्तियों से चंदा एकत्रित कर लगभग 20 से 25 लाख रुपये जमा कराया गया है जिसका उपयोग गरीबों को निःशुल्क सामग्री वितरण के नाम पर प्रत्येक सामग्री में कमीशनखोरी किया जा रहा है जिसका जांच किया जाना उचित होगा एवं हमर अंचरा कार्यक्रम में एकत्रित राशि का उपयोग वर्तमान में कोविङ -19 के दौर में आक्सीजन सिलेंडर एवं अन्य राहत सामग्री के लिये किया जाना उचित होगा परंतु SDM बगीचा जिन सामग्रीयों की खरीदी में कमीशन मिलता है वही कार्य करती है।

SDM बगीचा द्वारा किये जा रहे उपरोक्त कार्यों से हम सभी आर्थिक एवं मानसिक रुप से प्रताड़ित हो रहे हैं तथा भयपूर्ण वातावरण में कार्य करने के लये मजबूर हैं। अतः महोदय से निवेदन है कि अनुविभागीय अधिकारी राजस्व बगीचा सुश्री ज्योति बबली कुजूर को जिला मुख्यालय में अटैच कर पारदर्शिता पूर्वक विभागीय जांच कराकर नियमानुसार कार्यवाही करने की कृपा करें।

नया नहीं है विवादों से नाता

इससे पहले छत्तीसगढ़ के बलरामपुर में एक आईपीएस को रेस्ट हाउस में रुकवाने पर विवाद हो गया। वहां पहले से रुकीं वाड्रफनगर की एसडीएम ज्योति बबली भड़क उठीं। सूचना मिलने पर एसडीओपी मौके पर पहुंचे तो एसडीएम ने उन्हे गेट आउट कह दिया था।

Hindi News के लिए जुड़ें हमारे साथ हमारे फेसबुक, ट्विटरटेलीग्राम और वॉट्सएप पर