इतिहास के महान योद्धा छत्रपति शिवाजी महाराज की जयंती पर पीएम मोदी ने दी श्रद्धांजलि
image source : google

टीआरपी डेस्क। आज 19 फरवरी छत्रपति शिवाजी महाराज की जयंती पर पूरा देश उन्हें याद कर रहा है। शिवाजी महाराज एक ऐसे महान योद्धा थे, जिन्होंने वर्ष 1674 में मराठा साम्राज्य की नींव रखी। साथ ही उन्होंने अपने शौर्य, पराक्रम और कुशल युद्धनीति से मुगल साम्राज्य के छक्के छुड़ा दिए थे। शिवाजी बचपन से ही निडर और साहसी थे। उनका जन्म 19 फरवरी 1630 में शिवनेरी दुर्ग में हुआ था।

छत्रपति शिवाजी महाराज की जयंती के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को छत्रपति शिवाजी महाराज की जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि उनका साहस, शौर्य और बुद्धिमत्ता देशवासियों को प्रेरित करते रहेंगे। इसके अलावा गृह मंत्री अमित शाह से लेकर तमाम दिग्गजों ने भी शिवाजी महाराज को नमन करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि दी है।

प्रधानमंत्री मोदी ने किया ट्वीट, कहा-जय शिवाजी!

प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट करते हुए लिखा,’ मां भारती के अमर सपूत छत्रपति शिवाजी महाराज को उनकी जयंती पर शत-शत नमन। उनके अदम्य साहस, अद्भुत शौर्य और असाधारण बुद्धिमत्ता की गाथा देशवासियों को युगों-युगों तक प्रेरित करती रहेगी। जय शिवाजी!

अमित शाह ने भी छत्रपति शिवाजी महाराज को किया नमन

देश के गृह मंत्री अमित शाह ने भी छत्रपति शिवाजी महाराज को नमन किया है। उन्होंने कहा है, ‘राष्ट्रीयता के जीवंत प्रतीक छत्रपति शिवाजी महाराज ने अपनी अद्वितीय बुद्धिमता, अद्भुत साहस व उत्कृष्ट प्रशासनिक कौशल से सुशासन की स्थापना की। अपनी दूरदर्शिता से उन्होंने एक मजबूत नौसेना बनाई व कई जन-कल्याणकारी नीतियों की भी शुरुआत की। ऐसे राष्ट्रगौरव को कोटि-कोटि वंदन।

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी किया शिवाजी को याद

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी शिवाजी को याद किया। उन्होंने लिखा,’शौर्य, साहस और पराक्रम के प्रतीक छत्रपति शिवाजी महाराज की जयंती पर आप सभी को शुभकामनाएं।

महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने दी श्रद्धांजलि

वहीं महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने भी शिवाजी महाराज को याद किया है। उन्होंने सोशल मीडिया पर ट्वीट कर याद किया।

छत्रपति शिवाजी महाराज जयंती मनाने की शुरुआत

आपको बता दें, छत्रपति शिवाजी महाराज जयंती मनाने की शुरुआत वर्ष 1870 में पुणे में महात्मा ज्योतिराव फुले द्वारा की गई थी। उन्होंने ही पुणे से लगभग 100 किलोमीटर दूर रायगढ़ में शिवाजी महाराज की समाधि की खोज की थी। बाद में स्वतंत्रता सेनानी बाल गंगाधर तिलक ने जयंती मनाने की परंपरा को आगे बढ़ाया और उनके योगदान पर प्रकाश डालते हुए शिवाजी महाराज की छवि को और भी लोकप्रिय बनाया।

उन्होंने ही ब्रिटिश शासन के खिलाफ खड़े होकर शिवाजी महाराज जयंती के माध्यम से स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान लोगों को एक साथ लाने में अहम भूमिका निभाई थी। उनका वीरता और योगदान हमेशा लोगों को हिम्मत देता रहे, इसीलिए हर साल यह जयंती मनाई जाती है। 

इस दिन लोग शिवाजी महाराज के सम्मान में कई सांस्कृतिक कार्यक्रम और जुलूस आयोजित करते हैं। शिवाजी महाराज के जीवन को दर्शाने वाले नाटक भी विभिन्न स्थानों पर आयोजित किए जाते हैं। सरकारी अधिकारी उनके जीवन और आधुनिक भारत में उनकी प्रासंगिकता पर भाषण देते हैं। महाराष्ट्र के लोग इसे अपना गौरव और सम्मान मानते है।

Hindi News के लिए जुड़ें हमारे साथ हमारे फेसबुक, ट्विटरटेलीग्राम और वॉट्सएप पर…