बिलासपुर : रेलवे बोर्ड ने ट्रेनों को पुराने नंबर और किराए के साथ चलाए जाने का आदेश जारी किया। इसके बाद सभी ट्रेनों का संचानल जल्द ही स्पेशल की जगह रेगुलर ट्रेनों की तरह शुरु हो जाएगा। इसके लिए दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे रेलवे ने डाटा अपग्रेड करने और ट्रेनों की पुरानी स्थिति की वापस एंट्री करने के लिए रिज़र्वेशन प्रणाली को रोज़ना कुछ घंटों के लिए बंद करने का फैसला लिया है। आरक्षण प्रणाली (PRS) को बंद करने के लिए सब से कम दबाव वाले 6 घंटे के स्लॉट का चयन किया गया है।

सप्ताह भर तक रात 11:30 से सुबह 05:30 तक बंद रहेगी सेवाएं

रेलवे बोर्ड ने डाटा अपग्रेड करने और ट्रेनों की पुरानी स्थिति की वापस एंट्री के लिए 14 नवंबर से 21 नवंबर तक प्रतिदिन रात 11:30 बजे से सुबह 05:30 बजे तक रिज़र्वेशन प्रणाली को बंद रखने का फैसला लिया है। इस दौरान लोग किसी भी ट्रेन में कोई भी रिज़र्वेशन नहीं करा पाएंगे। हालांकि पहले की तरह दिन के समय में आरक्षण की सुविधा बहाल रहेगी।

इस कारण से बंद रहेंगी सेवाएं

दरअसल कोरोना महामारी के दौरान रेलवे के द्वारा सभी ट्रेनों के परिचालन को रोक दिया था। फिर धीरे धीरे करके ट्रेनों के परिचालन चालू तो हुआ पर सभी ट्रेनों को स्पेशल ट्रेन का दर्जा देकर कम संख्या शुरू किया गया था। ऐसा ट्रेनों में भीड़ कम करने के लिए किया गया था। अब रेलवे बोर्ड ने सभी ट्रेनें शुरू करने का निर्णय लिया है। इसलिए दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे (SECR) के अंतर्गत चलने वाली ट्रेनों का डाटा अपग्रेड करना होगा। ताकि आरक्षण हेतु डाटा को व्यवस्थित किया जा सके।

आरक्षण के साथ ये सेवाएं भी रहेंगी बंद

डाटा अपग्रेड की प्रक्रिया के दौरान PRS की सभी सुविधाएं जैसे रिज़र्वेशन, UTS, टिकट कैंसिलेशन, और पूछताछ उपलब्ध नहीं होगी। रेलवे कर्मचारी इन 6 घंटों के दौरान के ट्रेनों के आरक्षण की अग्रिम चार्टिंग की करेंगे जिससे यात्री परेशान न हो। इस दौरान PRS के अलावा 139 सहित बाकी सारी पूछताछ सेवाएं बहाल रहेंगी।

किराया भी होगा कम

रेलवे बोर्ड ने ट्रेनों को पुराने नंबर और किराए के साथ चलाए जाने का आदेश जारी किया। इसके बाद सभी ट्रेनों का संचानल जल्द ही स्पेशल की जगह रेगुलर ट्रेनों की तरह शुरु हो जाएगा। और रेल यात्रा से लोगों की जेबों पर पड़ने वाला असर भी कम होगा। देश में कोरोना के हालात सुधरने लगे तो रेल यात्रियों को अधिक किराए के कारण भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा था। इसके बाद रेलवे के इस ट्रेनों के सामान्य परिचालन के फैसले से बहुत से लोगों को राहत मिलेगी।