राहुल गांधी

टीआरपी डेस्क। इन दिनों कांग्रेस शासित राज्यों में राजनीतिक उठा-पटक का दौर जारी है। आज मंगलवार को राहुल गांधी ने सीएम भूपेश बघेल और टीएस सिंहदेव को आमने-सामने बिठाकर बैठक ली। वहीं बुधवार को पंजाब के विधायकों की नाराजगी को दूर करेंगे।

बता दें कि पंजाब में कैप्टन अमरिंदर सिंह के खिलाफ बगावती तेवर तेज हो चले हैं। मंगलवार को मंत्री तृप्त राजिंदर बाजवा के घर बैठक के बाद कैप्टन को मुख्यमंत्री की कुर्सी से हटाने की मांग उठा दी गई है। पंजाब कांग्रेस के महासचिव प्रगट सिंह के साथ असंतुष्ट विधायकों का पक्ष लेकर 4 मंत्री तृप्त राजिंदर बाजवा, सुखजिंदर सिंह रंधावा, सुख सरकारिया और चरणजीत सिंह चन्नी दिल्ली रवाना हो गए हैं।

बैठक के बाद मंत्री चन्नी, रंधावा और बाजवा ने कहा कि पंजाब के कांग्रेसी लीडर और वर्कर इस बात को लेकर परेशान हैं कि कांग्रेस के चुनावी वायदे पूरे नहीं हुए। बरगाड़ी कांड, नशे के सौदागरों को पकड़ना, बिजली समझौते के मसले, बस, केबल नेटवर्क, रेत, दलित मुद्दों पर कार्रवाई नहीं हो रही। बता दें कि इस बैठक में 28 विधायक शामिल हुए थे।

कैप्टन के खिलाफ बगावत की तैयारी सोमवार को ही हो गई थी। नवजोत सिद्धू से मिलने के बाद उनके सलाहकार मालविंदर माली ने कैप्टन पर व्यक्तिगत हमले शुरू कर दिए।  इस पूरे मामले से अब यह माना जा रहा है कि पंजाब कांग्रेस पूरी तरह दोफाड़ में बंट चुकी है। पंजाब कांग्रेस में मची कलह का ठीकरा कैप्टन के सिर पर फोड़ने की तैयारी है।

कैप्टन के खिलाफ बगावत की अगुवाई मंत्री तृप्त राजिंदर बाजवा कर रहे हैं। कैप्टन को जल्द ही पंजाब कैबिनेट में बदलाव करना है। माना जा रहा है कि इसमें बाजवा को भी मंत्री पद से हटाने की तैयारी है। बाजवा ने सिद्धू को प्रधान बनाने में पूरी मदद की थी। बाजवा के खिलाफ कैप्टन के सख्त तेवर तब सामने आए थे, जब उन्होंने बाजवा के भांजे PPS अफसर नवजोत माहल को होशियारपुर के SSP से हटाकर रिजर्व बटालियन में लगा दिया।

ये भी माना जा रहा है कि हाईकमान के 18 सूत्रीय फॉर्मूले के अलावा सिद्धू की तरफ से दी गई 5 मांगों पर कैप्टन सरकार की कार्रवाई से भी सिद्धू खेमा नाखुश है।

Hindi News के लिए जुड़ें हमारे साथ हमारे
फेसबुक, ट्विटरयूट्यूब, इंस्टाग्राम, लिंक्डइन, टेलीग्रामकू और वॉट्सएपपर