जशपुर जिला अस्पताल में भ्रष्टाचार के मामले में आखिरकार हटाए गए आर एम ओ टोप्पो, तीन दिग्गज भाजपा नेताओं ने उठाया था मामला
जशपुर जिला अस्पताल में भ्रष्टाचार के मामले में आखिरकार हटाए गए आर एम ओ टोप्पो, तीन दिग्गज भाजपा नेताओं ने उठाया था मामला

जशपुर। बीते एक सप्ताह से चर्चा में रहे जशपुर के राजा देवशरण जिला चिकित्सालय में व्याप्त भ्रष्टाचार की जांच तो चल ही रही है, इसी बीच जिलाधीश ने गड़बड़ी के आरोपी आरएमओ अनुरंजन टोप्पो को हटाकर फरसाबहार सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में पदस्थ कर दिया है। इस मामले को पूर्व विधायक युद्धवीर सिंह जूदेव, पूर्व मंत्री गणेश राम भगत और क्षेत्रीय सांसद गोमती साय ने उठाते हुए CS और RMO को हटाकर मामले की निष्पक्ष जाँच की मांग की थी।

क्या है सारा मामला..?

स्वास्थ्य विभाग जशपुर में करोड़ों के फर्जीवाड़े की शिकायत के मुताबिक सिविल सर्जन एफ खाखा व आरएमओ अनुरंजन टोप्पो द्वारा पिछले दो वर्षों में बिना क्रय नियमों का पालन किये, बिना टेंडर के ही करोड़ों की खरीददारी कर ली गई। कागजों में खरीददारी का आंकड़ा देखें तो 2019-20 व् 2020-21 में लगभग 109 फर्मों से 01करोड़ 36 हजार 9 सौ 74 रूपए की खरीददारी स्वास्थ्य विभाग ने की है। हांलाकि अब तक इन सामग्रियों का भौतिक सत्यापन भी नहीं हो पाया है। मामले में सारा फर्जीवाडा तब सामने आया जब लॉकडाउन का फायदा उठाते हुए चोरी छिपे इन खरीदी के भुगतान के लिए प्रयास शुरु हुआ।

नहीं किया गया क्रय नियमों का पालन

सबसे खास बात यह कि सिविल सर्जन के द्वारा अपनी क्षमता से अधिक की खरीददारी की गई, जिसमें न तो क्रय नियमों का पालन किया गया, न ही क्रय समिति बनी और न ही निविदा आमंत्रित की गई। और तो और ख़रीदी गई सामग्रियों का भौतिक सत्यापन भी नहीं किया गया।

सी एस ने कहा – धोखे में रखकर की गई खरीदी

जिला अस्पताल की सीएस एफ खाखा का कहना है कि उन्हें भ्रम में रखकर खरीदी की गई है, वे जांच में पूरा सहयोग करेंगी। उन्होंने बताया कि फ़िलहाल अनुरंजन टोप्पो से डीडीओ पावर वापस ले लिया गया है।

तीन सस्यीय टीम कर रही है जाँच

जशपुर जिला कलेक्टर महादेव कावरे ने जिला पंचायत सीईओ की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय जांच टीम का गठन कर, एक हफ्ते के अंदर जांच रिपोर्ट प्रस्तुत करने का आदेश जारी किया है। हालांकि इस दौरान जिला प्रशासन ने पद में बैठे सीएस एफ खाखा और आरएमओ अनुरंजन टोप्पो को नहीं हटाया था।जिससे निष्पक्ष जाँच को लेकर भाजपा नेताओं ने सवाल उठाये। इसके बाद अनुरंजन टोप्पो को हटाकर फरसाबहार के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में पदस्थ कर दिया गया है।
बहरहाल देखना होगा कि इस मामले की जांच में टीम के समक्ष क्या तथ्य सामने आते हैं।

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