LAC पर रूसी मिसाइलें तैनात,चीनी सेना में पाक सेना के अधिकारी भी शामिल, हाई अलर्ट पर भारत

नई दिल्ली/बीजिंग। लद्दाख पर गिद्ध दृष्टि रखने वाली चीनी सेना के इरादे फिर खतरनाक दिखाई दे रहे हैं। चीन ने भारत से लगती सीमा पर रूस के अत्‍याधुनिक एस-400 एयर डिफेंस सिस्‍टम तैनात कर दिया है। यही नहीं चीनी सेना लगातार अक्‍साई चिन इलाके में रात के समय हमले करने का अभ्‍यास कर रही है। ऐसे में भारत हाई अलर्ट पर है और स्थिति पर पैनी नजर रखें हुए। कूटनीतिक जानकारों को आशंका सताने लगी है कि कहीं एक बार से चीन गलवान हिंसा को दोहराने की साजिश तो नहीं रच रहा है।

पाकिस्‍तानी सेना भी चीन के साथ सीमा पर तैनात

सूत्रों की माने तो भारत के खिलाफ पाकिस्‍तानी सेना भी चीन के साथ मिल गई है। पाक सेना के अधिकारी अब चीन की सेना पीएलए के भारत से लगती सीमा के थिएटर कमांड के मुख्‍यालय में तैनात हैं। खुफिया सूत्रों का मानना है कि चीन और पाकिस्‍तान के बीच खुफिया सूचनाओं को साझा करने के लिए समझौता होने के बाद इन पाकिस्‍तानी सेना के अधिकारियों को तैनात किया गया है। चीनी सेना के पश्चिमी और दक्षिणी थ‍िएटर कमांड में पाकिस्‍तानी सैन्‍य अधिकारियों के तैनाती के संकेत मिले हैं। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्‍तानी सेना के संपर्क अधिकारी चीन के पश्चिमी थिएटर कमांड और दक्षिणी थिएटर कमांड में तैनात किए गए हैं।

मुंहतोड़ जवाब देने को तैयार भारत

इस बीच भारत सरकार ने चेतावनी दी है कि चीन लद्दाख में LAC पर सैनिकों का जमावड़ा बड़े पैमाने पर बढ़ा रहा है। भारतीय विदेश मंत्रालय ने गुरुवार को कहा कि चीन ने बड़े पैमाने पर सैनिक और हथियार वास्‍तविक नियंत्रण रेखा पर तैनात कर रखे हैं। भारत ने कहा कि हम अपेक्षा करते हैं कि चीनी पक्ष लद्दाख सेक्‍टर में लंबित मुद्दों को जल्‍द सुलझाएगा। भारत ने चीन के किसी दुस्‍साहस का मुंहतोड़ जवाब देने के लिए जवाब में पर्याप्‍त सैनिकों की तैनाती की है। इससे पहले चीन के विदेश मंत्रालय ने आरोप लगाया था कि भारत ‘फॉरवर्ड पॉलिसी’ को फॉलो कर रहा है और उसने ‘गैरकानूनी तरीके से एलएसी को पार करके चीनी इलाके पर अतिक्रमण किया।’

इंडियन आर्मी तैयार:नरवणे


बता दें कि चीन के साथ एलएसी पर जारी तनाव के बीच आर्मी चीफ जनरल एमएम नरवणे लद्दाख सेक्टर के दो दिन की यात्रा पर जा रहे हैं। इस दौरान वह सुरक्षा हालात और ऑपरेशनल तैयारियों की समीक्षा करेंगे

इससे पहले जनरल नरवणे ने कहा था कि भारत और चीन के बीच सीमा पर घटनाएं तब तक होती रहेंगी, जब तक कि दोनों देशों के बीच सीमा समझौता नहीं हो जाता। उन्होंने कहा कि हमारे पास सीमा का एक लंबित मुद्दा है। हम फिर से किसी भी दुस्साहस का सामना करने के लिए तैयार हैं, जैसा कि हमने अतीत में प्रदर्शित किया है।

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