कोरोना संक्रमण
कोरोना संक्रमण का पता लगा सकते हैं स्निफर डॉग्स

टीआरपी डेस्क। कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर में लोगों को तमाम तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है, ऐसी ही एक समस्या है कई स्थानों पर कोविड टेस्ट की अनुपलब्धता। संक्रमण के बढ़े मामलों के चलते परीक्षण को लेकर पैथोलॉजिकल प्रयोगशालाओं पर भी भारी दबाव देखने को मिल रहा है। इस बीच वैज्ञानिकों ने इस समस्या का समाधान प्राप्त करने दावा किया है। एक रिपोर्ट के मुताबिक कुत्तों के सूघने की शक्ति इंसानों में संक्रमण का पता लगा सकती है।

आपने हवाई अड्डे और अन्य कई भीड़-भाड़ वाली जगहों पर स्निफर डॉग्स यानी सूंघ कर चीजों के पता लगाने वाले कुत्तों को देखा होगा। ये कुत्ते सुरक्षाकर्मियों को विस्फोटक, ड्रग्स, इलेक्ट्रॉनिक्स या अन्य आक्रामक चीजों के बारे में पता लगाने में मदद करते हैं। इसी आधार पर हालिया अध्ययन में विशेषज्ञों ने बताया है कि कुत्ते, इंसानों को सूंघ कर उनमें कोरोना वायरस संक्रमण का पता लगा सकते हैं।

97 फीसदी तक संक्रमण का पता लगा सकते हैं

ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट के अनुसार फ्रांस में किए गए इस विशेष प्रकार के अध्ययन में विशेषज्ञों ने पाया कि कुत्तों के सूंघने की शक्ति 97 फीसदी तक संक्रमण के मामलों का पता लगा सकती है। शोधकर्ता कहते हैं कि यह हमारे लिए प्रभावशाली उपलब्धि जरूर है लेकिन आश्चर्य की बात नहीं है, क्योंकि हम पहले से ही जानते हैं कि कुत्ते इस क्षमता से संपन्न होते हैं।

फ्रांस में किया गया अध्ययन

फ्रांस के मैसन्स अल्फोर्ट स्थित नेशनल वेटरनरी स्कूल में वैज्ञानिकों ने 16 मार्च से 9 अप्रैल के बीच यह अध्ययन किया गया। इस अध्ययन के लिए 335 लोगों को चयनित किया गया था। इनमें से 109 लोग आरटी-पीसीआर टेस्ट में पॉजिटिव पाए गए। इसके बाद इन लोगों के पसीने के सैंपल लिए गए। इन सैंपलों को जार में रखकर दो अलग-अलग तरह के कुत्तों को सूंघने के लिए दिया गया।

संक्रमण का तेजी से पता लगा सकते हैं कुत्ते

विशेषज्ञ बताते हैं कि सैंपल के परीक्षण के लिए जिन कुत्तों को शामिल किया गया था, उनका टेस्ट के लिए चयनित लोगों से पहले कोई संपर्क नहीं था। विशेषज्ञों ने पाया कि प्रशिक्षित कुत्ते वायरस से संक्रमित और गैर संक्रमितों के बीच अंतर करने में सक्षम थे। खास बात यह भी है कि कुत्ते मिनटों में इस तरह का परीक्षण करने में सक्षम पाए गए, जबकि कोविड की अन्य जांच में समय लगता है।

अन्य देशों ने भी शुरू किया प्रशिक्षण

इस तरह की सफलता को देखते हुए फिनलैंड, दुबई और स्विटजरलैंड जैसे देशों ने भी कुत्तों को संक्रमण सूंघने के लिए प्रशिक्षण देना शुरू कर दिया है। विशेषज्ञों का मानना है कि अगर कुत्तों को प्रशिक्षित कर दिया जाए तो यातायात की शुरुआत के बाद एयरपोर्ट पर ही संक्रमित लोगों रोकने में काफी मदद मिल सकती है। इतना ही नहीं यह संक्रमण के प्रसार को रोकने की दिशा में बेहतर कदम हो सकता है।

नोट:  यह लेख मायो क्लीनिक द्वारा कोविड-19 से ठीक हो चुके रोगियों गए किए अध्ययन के आधार पर तैयार किया गया है। लेख में शामिल सूचना व तथ्य आपकी जागरूकता और जानकारी बढ़ाने के लिए साझा किए गए हैं। द रूरल प्रेस (TRP) राउटर्स के इस अध्ययन और दवा को लेकर कोई दावा नहीं करता है।

Hindi News के लिए जुड़ें हमारे साथ हमारे फेसबुक, ट्विटरटेलीग्राम और वॉट्सएप पर…