प्रदेश में जुआ एक्ट के तहत अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई, महासमुंद पुलिस ने 11 जुआरियों से 41 लाख रूपये किये जब्त, फार्म हॉउस में सजी थी जुए की महफ़िल
प्रदेश में जुआ एक्ट के तहत अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई, महासमुंद पुलिस ने 11 जुआरियों से 41 लाख रूपये किये जब्त, फार्म हॉउस में सजी थी जुए की महफ़िल

महासमुंद। जिले की पुलिस ने जुआ एक्ट के मामले में बड़ी कार्रवाई की है, यहाँ के नेचर बास्केट फार्म हाउस में चल रहे जुए के फड़ में पुलिस ने छापा मारा और 11 जुआरियों को धर दबोचा। गोपनीय ढंग से की गई इस कार्रवाई में पुलिस ने जुआरियों से 41 लाख रूपये से अधिक की नगदी के अलावा महंगी कारें और मोबाईल सहित 01 करोड़ 27 लाख का सामान भी जब्त किया है।

छापेमारी के लिए करनी पड़ी मशक्क्त

महासमुंद एस पी प्रफुल्ल ठाकुर ने जुआरियों और नोटों को मिडिया के समक्ष प्रस्तुत करते हुए बताया कि बागबाहरा सब डिवीजन के तेंदूकोना थाना क्षेत्र में स्थित नेचर बास्केट फार्म हॉउस में जुए का बड़ा फड़ संचालित होने की सुचना उन्हें मिली थी, जिसके बाद उन्होंने साइबर सेल और तेंदूकोना थाने की संयुक्त टीम तैयार कर छापेमारी का निर्देश दिया। जुआरियों ने फार्म हाउस के काफी दूर अपनी गाड़ियों को खड़ा किया था और चारों ओर वॉचर लगा रखा था, जिसके चलते पूरी टीम को सावधानी बरतनी पड़ी। जवान अलग अलग बाइक और वेशभूषा में इलाके में पहुंचे और फिर पैदल चलकर फार्महाउस तक पुलिस की पूरी टीम पहुंची। यहाँ तगड़ी घेरेबंदी के दौरान कुल 11 जुआरी पकड़ मेंआये।

नोटों का लगा था अंबार

पुलिस जब फार्म हॉउस के अंदर पहुंची तो यहाँ का नजारा देख कर जवान दंग रह गए। यहाँ नोटों का अंबार लगा हुआ था। जुआरियों को दबोचने के बाद टीम को नोटों की गड्डियां समेटने में ही काफी वक्त लग गया। एस पी प्रफुल्ल ठाकुर ने बताया कि इस कार्रवाई में कुल 41 लाख 24 हजार 750 रूपये जब्त किये गए। इसके अलावा 05 महंगे कार और 12 नग विभिन्न कंपनियों के मोबाईल जब्त किये गए। पुलिस ने जब्त सामानों की कीमत 01 करोड़ 27 लाख 78 हजार रूपये आंकी है।

सीजी – एमपी की अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई

एस पी प्रफुल्ल ठाकुर ने बताया कि जुआ एक्ट के तहत सम्पूर्ण छत्तीसगढ़ और अखंड मध्य प्रदेश में भी इतनी बड़ी कार्रवाई अब तक नहीं हुई है। इससे पूर्व रायपुर पुलिस ने 27 लाख रूपये का जुआ पकड़ा था। इस कार्रवाई पर प्रदेश के डीजीपी और आई जी ने महासमुंद पुलिस की पीठ थपथपाई है, साथ ही इनाम की भी घोषणा की है।

गुल पासे से खेल रहे थे जुआ

जुए के इस फड़ में नई बात यह थी कि यहां ताश के पत्तों से नहीं बल्कि गुल पासे से
जुआ खेला जा रहा था, आधुनिक भाषा में इसे डाइस भी कहा जाता है। गुल पासे की दो गोटियां होती हैं, जो लूडो की गोटियों से काफी बड़ी होती है, और इसमें संख्या दर्शाने के लिए डॉट्स अंकित होते हैं । जुए के इस खेल में ताश का झंझट भी नहीं रहता, यही वजह है कि जुए के शौक़ीन इन रईस जुआरियो ने खेलने के लिए नया जुगत लगा लिया था। पकडे गए जुआरियों में से एक वन विभाग का रेंजेर भी बताया जा रहा है। एस पी प्रफुल्ल ठाकुर ने कहा हैकि अगर इसकी पुष्टि होती है, संबंधित विभाग को कार्रवाई के लिए लिखा जायेगा।

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