700 करोड़ की लागत से तैयार होगी खेल के भविष्य की इमारत, PM मोदी इस दिन करेंगे शिलान्यास, जानें विश्वविद्यालय की खासियत
700 करोड़ की लागत से तैयार होगी खेल के भविष्य की इमारत, PM मोदी इस दिन करेंगे शिलान्यास, जानें विश्वविद्यालय की खासियत

टीआरपी डेस्क। मेरठ में बनने वाला मेजर ध्यानचंद खेल विश्वविद्यालय भारत की प्राचीन नागर शैली में तैयार होगा। जिसका शिलान्यास करने 2 जनवरी पीएम मोदी को मेरठ जाएंगे। लगभग 700 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से मेरठ के सरधना शहर के सलावा और कैली गांवों में विश्वविद्यालय का शिलान्यास 1 बजे किया जायेगा।
इसमें ओलिंपिक की तरह खेलकूद प्रतिस्पर्धाएं आयोजित होंगी।

अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप विभिन्न खेलों के ट्रैक व स्टेडियम तैयार होंगे। एथलेटिक्स के साथ फुटबाल, जैवलिन थ्रो, डिस्कस आदि खेल प्रतियोगिताएं हो सकेंगी। खेल विश्वविद्यालय में दो प्रकार से दर्शक दीर्घा क्षमता के साथ स्टेडियम तैयार किए जाएंगे।

इसमें आउटडोर गेम्स जैसे एथलेटिक्स आदि के लिए लगभग 25 से 30 हजार लोगों की बैठने की व्यवस्था होगी। रेसलिंग खो-खो व कबड्डी आदि इंडोर गेम्स के लिए लगभग पांच हजार दर्शकों की क्षमता के स्टेडियम तैयार किए जाएंगे। खेल विवि में आर्चरी व शूटिंग रेंज जेवलिन थ्रो, भारोत्तोलन, कुश्ती, हाकी, वालीबाल, ट्रैक एंड फील्ड के सभी कुछ होगा। मलखंभ जैसे परंपरागत खेल को प्रोत्साहन देने के लिए भी प्रशिक्षण दिया जाएगा। टर्फ मैदानों के साथ ओलिंपिक आकार का स्विमिंग पूल व साइकिलिंग ट्रैक भी होंगे।

इन भवनों का होगा प्रविधान

प्रशासनिक ब्लाक, एकेडमिक ब्लाक, सेंट्रल लाइब्रेरी, आडिटोरियम, फैसिलिटी सेंटर (बैंक, डाकघर व दुकान), शाङ्क्षपग कांप्लेक्स, मेंटीनेंस कार्यालय, हेल्थ सेंटर, पुलिस चौकी, अतिथि गृह, कुलपति आवास, पुरुष छात्रावास, महिला छात्रावास, अधिकारियों व कर्मचारियों के अलग-अलग टाइप 2, 3, 4 व 5 आवास, मल्टीपरपज हाल, जिमनेजियम, योग हाल, गार्ड रूम, बास्केट बाल, लान टेनिस, वालीबाल, 100 मीटर ट्रैक, हाकी ग्रांउड, फुटबाल, एथलेटिक्स, हैंडबाल कोर्ट, 60 मीटर शूटिंग रेंज, 90 मीटर शूटिंग रेंज व 125 मीटर शूटिंग रेंज आदि खेल विवि की डीपीआर में शामिल किए जा रहे हैं।

नागर शैली में बने हैं कई प्राचीन मंदिर

खेल विवि भारत की प्राचीन नागर शैली में तैयार होगा। मंदिर निर्माण में इस शैली का अधिक उपयोग होता है। भारत के कई प्रसिद्ध मंदिर इसी शैली में निर्मित हैं। इनमें ओडीशा का कोणार्क मंदिर और जगन्नाथ मंदिर शामिल हैं। उप्र के पहले खेल विवि में विश्वस्तरीय तकनीक का इस्तेमाल किया जाएगा। खिलाड़ियों के लिए अत्याधुनिक सुविधाएं होंगी।

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