टीआरपी डेस्क। भारत में कोरोना से ठीक होने वालों की रफ्तार लगातार बढ़ रही है। 12 राज्यों में रिकवरी रेट 95% से ज्यादा है। देश में कोरोना मरीजों का आंकड़ा 88 लाख 74 हजार 172 हो गया है। इनमें से 82 लाख 88 हजार 169 ठीक भी हो चुके हैं। पिछले 24 घंटे में 28 हजार 377 नए मरीज मिले। पिछले 4 महीने में ये आंकड़ा सबसे कम है।

अब देश में 4 लाख 53 हजार 449 एक्टिव केस रह गए हैं। इस मामले में भारत एक पायदान नीचे खिसककर 5वें नंबर पर पहुंच गया है। अब सबसे ज्यादा एक्टिव केस के मामले में बेल्जियम चौथे नंबर पर है।

सैंपलिंग कम, तीन दिनों में प्रदेश में मिले 2356 नए मरीज

दिवाली पर्व के तीन दिनों में प्रदेश में 2356 व रायपुर में केवल 192 मरीज मिले हैं। इसके पहले ये दोनों ही आंकड़े केवल एक दिन यानी 24 घंटे में मिलते थे। शनिवार को प्रदेश में 716, रविवार को 530 व सोमवार को 1110 मरीज मिले।

अमेरिकी कंपनी मॉडर्ना का दावा- हमारी वैक्सीन 94.5% असरदार

अमेरिका की बॉयोटेक कंपनी मॉडर्ना ने सोमवार को कोविड-19 वैक्सीन का ऐलान किया। कंपनी ने दावा किया है कि यह वैक्सीन कोरोना के मरीजों को बचाने में 94.5% तक असरदार है। यह दावा लास्ट स्टेज क्लीनिकल ट्रायल के नतीजों के आधार पर किया गया है।

कंपनी ने बताया कि फेज-3 के ट्रायल में अमेरिका में 30,000 से ज्यादा लोगों को शामिल किया गया। इनमें 65 से ज्यादा हाई रिस्क कंडीशन वाले और अलग-अलग समुदायों से थे।

अमेरिका में सिर्फ 6 दिन में 10 लाख केस

दुनिया में कोरोना मरीजों का आंकड़ा शुक्रवार सुबह 5.53 करोड़ के पार हो गया। 3 करोड़ 84 लाख से ज्यादा लोग ठीक हो चुके हैं। अब तक 13 लाख 31 हजार से ज्यादा लोग जान गंवा चुके हैं। ये आंकड़े www.worldometers.info/coronavirus के मुताबिक हैं। अमेरिका में कोरोना से हर रोज एक लाख से ज्यादा मामले सामने आ रहे हैं।

कई वैक्सीन इलाज में दिख रही है कारगर

बता दें कि कोरोना काल के करीब 8 महीने का वक्त बीत जाने के बाद अब दुनिया भर में वैक्सीन निर्माण की दिशा में सकारात्मक संकेत मिलने लगे हैं। सोमवार को ही बायोटेक कंपनी मॉडर्ना की ओर कहा गया है कि कोरोना के खिलाफ तैयार की जा रही दवा बीमारी को रोकने में 94.5 फीसदी तक कारगर है। यह दावा क्लीनिकल ट्रायल के विश्लेषण के आधार पर किया जा रहा है।

WHO चीफ की चेतावनी, कहा- सिर्फ वैक्सीन से नहीं खत्म होगी कोरोना महामारी

WHO के चीफ टेड्रोस एडहानॉम ने कहा कि भले ही दुनिया में कोई भी वैक्सीन बना ली जाए, लेकिन वह अकेले कोरोना की महामारी को नहीं रोक सकेगी। टेड्रोस ने कहा कि हमें वैक्सीन उन सारे तरीकों के साथ इस्तेमाल में लाई जाएगी, जिनका इस्तेमाल अभी हो रहा है। मगर ऐसा नहीं है कि वैक्सीन में आने के बाद वो सभी ट्रीटमेंट सिस्टम रिप्लेस कर दिया जाए, जो कि अभी इस्तेमाल हो रहा है।

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